अब  बाजारों में पढ़ने वाले छापे व सर्वे का पुरजोर विरोध करेंगे व्यापारी, कार्यक्रम में किया गया फैसला

व्यापारियों को बाजारों में पढ़ने वाले छापे व सर्वे का पुरजोर विरोध करना चाहिए। कोई अधिकारी यदि जबरन वसूली करे तो व्यापारी उसकी सूचना तत्काल व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को देनी चाहिए। 
 

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के कार्यक्रम में ऐलान

बाजारों में पढ़ने वाले छापे व सर्वे का करें पुरजोर विरोध

नौगढ़  के कस्बा में रविवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की ओर से व्यापारी गोष्ठी का आयोजन करके व्यापारियों की समस्याओं व उनके समाधान पर चर्चा की गई और कहा गया कि व्यापारियों को बाजारों में पढ़ने वाले छापे व सर्वे का पुरजोर विरोध करना चाहिए। कोई अधिकारी यदि जबरन वसूली करे तो व्यापारी उसकी सूचना तत्काल व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को देनी चाहिए। 

इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष व्यापार मंडल शत्रुघ्न केशरी ने कहा कि यह संगठन व्यापारियों की रक्षा करने में जुटा है। विशिष्ट अतिथि व मंडल अध्यक्ष विजय कपूर ने कहा कि व्यापारियों को बाजारों में पढ़ने वाले छापे व सर्वे का पुरजोर विरोध करना चाहिए। अगर कोई अधिकारी यदि जबरन वसूली करे तो व्यापारी उसकी सूचना तत्काल व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को दे।

 विशिष्ट अतिथि मिर्जापुर मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रहरि कहा कि ऑनलाइन बिजनेस पर केंद्र सरकार को तत्काल रोक लगानी चाहिए। ऐसा नहीं करने पर देश के चार करोड़ व्यापारी और उनके प्रतिष्ठानों पर कार्य करने वाले चार करोड़ लोगों का परिवार प्रभावित हो जाएगा। इसे देश का व्यापारी और व्यापार मंडल कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगा। 

विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष लक्ष्मीकांत ने कहा कि व्यापार मंडल किसी भी दल से बड़ा संगठन होता है। साथ ही व्यापारियों के हितों की रक्षा करने में तत्पर रहता है। प्रदेश मंत्री चंद्रेश्वर जायसवाल ने कहा कि व्यापारी विभिन्न व्यापार कर सरकार को कई गुना टैक्स देता है। लिहाजा व्यापारियों को 60 साल की आयु पूर्ण किए जाने के बाद पेंशन दिए जाने का प्रावधान करना चाहिए।

 प्रदेश संगठन मंत्री राजकुमार जायसवाल ने कहा कि व्यापारियों की अपनी रक्षा सुरक्षा के लिए एकत्रित होकर लड़ना होगा। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सुजीत सिंह सुड्डू, तहसील अध्यक्ष अभिमन्यु प्रजापति, दीपक गुप्ता, गुलाबचंद केशरी, राजकुमार पाल, लालसाहब यादव, गुलफान खान, बुद्धिनारायन, प्रदीप, भगवान दास, मंसूर आलम, राजकुमार जायसवाल, मुन्नू जायसवाल, भरत, विनोद, मुकुंद रस्तोगी, शंकर गुप्ता, पंकज प्रसून, भानु यादव रहे।