कामचोरी पर जाएगी नौकरी, नौगढ़ में पांच आशा बहुओं की सेवा समाप्ति की तैयारी

स्वास्थ्य विभाग की इस सख्ती को ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी बनाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। यह कदम न सिर्फ लापरवाह कर्मचारियों के लिए चेतावनी है, बल्कि जिम्मेदार कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा भी।
 

पांच आशा कार्यकर्ताओं पर लटकी सेवा समाप्ति की तलवार

ऑनलाइन ट्रैकिंग से हुआ लापरवाही का खुलासा

चिकित्सा अधीक्षक ने दी अंतिम चेतावनी

चंदौली जनपद के नौगढ़ क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग ने आशा कार्यकर्ताओं की कार्यशैली पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लापरवाही बरतने वाली पांच आशा बहुओं के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अब कामचोरी नहीं चलेगी और मानकों का पालन नहीं करने वालों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

ऑनलाइन निगरानी से खुली पोल

आपको बता दें कि नौगढ़ सीएचसी के अधीन आशा बहुओं के कार्यों की ऑनलाइन निगरानी शुरू की गई है। इसमें प्रत्येक आशा को सौंपे गए कार्यों की डिजिटल ट्रैकिंग हो रही है। इस निगरानी में पाया गया कि कुछ आशा कार्यकर्ता अपने कार्यों के प्रति गंभीर नहीं हैं और तय मानकों को लगातार नजरअंदाज कर रही हैं।

ये कार्य हैं अनिवार्य

स्वास्थ्य विभाग ने जिन कार्यों को प्राथमिकता में रखा है, उनमें शामिल हैं:

  •     85% से अधिक आभा कार्ड निर्माण
  •     डेली डायरी का समय से अपडेट
  •     मृत लाभार्थियों का नाम हटाना
  •     नवजात शिशुओं का समय से नामांकन
  •     सभी बच्चों का नियमित टीकाकरण
  •     विभाग को समयबद्ध रिपोर्टिंग

इन सभी कार्यों में लगातार लापरवाही पाए जाने पर विभाग ने पांच आशा बहुओं के खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई शुरू कर दी है।

बार-बार दी गई चेतावनी

सीएचसी नौगढ़ के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अवधेश पटेल ने बताया कि संबंधित आशा बहुओं को कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। अब विभाग इन्हें हटाकर ग्राम प्रधान की संस्तुति से नई आशा बहुओं की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि अब और समझाने का समय नहीं है। लापरवाही की कोई जगह नहीं है।

पंचायत प्रतिनिधियों से अपील

चिकित्सा अधीक्षक ने पंचायत प्रतिनिधियों से भी अपील की है कि यदि किसी गांव में आशा कार्यकर्ता अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रही है, तो इसकी शिकायत सीएचसी नौगढ़ पर लिखित रूप में करें। विभाग ऐसी शिकायतों पर तत्काल संज्ञान लेगा।

ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की कवायद

स्वास्थ्य विभाग की इस सख्ती को ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी बनाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। यह कदम न सिर्फ लापरवाह कर्मचारियों के लिए चेतावनी है, बल्कि जिम्मेदार कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा भी।