दिशा सूचक बोर्ड नहीं होने से कहीं और चले जाते हैं औरवाटाड़ वाटरफाल के सैलानी 
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चंदौली जिले के नौगढ़ में औरवाटाड़ वाटरफाल एक जुलाई से प्रारंभ कर दिया गया है। जैसे-जैसे बारिश का मौसम बढ़ता जाएगा, वैसे-वैसे सैलानियों की भी संख्या बढ़ती जाएगी।
 

धीरे-धीरे बढ़ रहे औरवाटाड़ के सैलानी

झूले पर बच्चे ले रहे आनंद

 बारिश में जंगली जानवरों का सैलानी नजदीक से करेंगे दीदार

औरवाटाड़ जाने के रास्ते पर बोर्ड लगवा दीजिए साहब

 

चंदौली जिले के नौगढ़ में औरवाटाड़ वाटरफाल एक जुलाई से प्रारंभ कर दिया गया है। जैसे-जैसे बारिश का मौसम बढ़ता जाएगा, वैसे-वैसे सैलानियों की भी संख्या बढ़ती जाएगी। भारी बारिश के बीच जंगली जानवरों का सैलानी नजदीक से दीदार करेंगे। हालांकि, अभी पहुंचने वाले सैलानियों को दिक्कत हो रही है। कारण यह है कि औरवाटाड़ वाटरफाल जाने वाले मार्ग पर दिशा सूचक बोर्ड नहीं लगाया गया है। इससे सैलानियों में असमंजस की स्थिति बन जा रही है।


आपको बता दें कि नौगढ़ के जंगल में भालू, सूकर, मोर, शाही, हिरण, चीतल, नीलगाय, लकड़बग्घा, साइबेरियन पक्षी अधिक संख्या में पाए जाते हैं जिनका पर्यटक नजदीक से दीदार कर सकते हैं। पार्क के अंदर नहाना और भोजन बनाना वर्जित कर दिया गया है।


बताते चलें कि खाना बनाने के लिए पार्क के बाहर सुविधा के अनुसार सैलानी अपना भोजन बना रहे हैं व उसका लुत्फ ले रहे हैं। राजदरी देवदरी से आने वाले पर्यटकों के लिए असमंजस की स्थिति हो जा रही है, क्योंकि औरवाटाड़ मोड़ के पास कोई भी दिशा सूचक बोर्ड नहीं लगाया गया है जिससे काफी सैलानी नौगढ़ कस्बे में पहुंच जा रहे हैं और वहां से पूछ कर वापस वाटरफाल की तरफ जा रहे हैं। वाटरफाल में अभी कैंटीन की शुरुआत नहीं हो सकी है और झरने के उसे पर जाने के लिए लिफ्ट का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।


इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि औरवाटाड़ मोड़ के पास दिशा सूचक साइन बोर्ड का निर्माण कराया जा रहा है। जल्द ही साइन बोर्ड का निर्माण कराकर लगा दिया जाएगा जिससे सैलानियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।