नौगढ़ में अधूरे पंचायत भवनों में जान फूंकने की तैयारी, BDO साहेब ने पकड़ ली गड़बड़ी

खंड विकास अधिकारी ने चंदौली समाचार को बताया कि, "निर्माण कार्य के अधूरे रहने का कारण पुराने एस्टीमेट में गड़बड़ियां थीं। अब उसे संशोधित कर कार्य दोबारा शुरू कर दिया गया है।
 

 खंड विकास अधिकारी अमित कुमार ने पकड़ी एस्टीमेट में कमियां

5 साल से चल रही थी झोले में सरकार

मनरेगा योजना के तहत रुके कार्यों को मिली रफ्तार

गांवों को मिलेंगे पूर्ण सुविधायुक्त पंचायत भवन‌

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में जिन पंचायत भवनों की दीवारें पांच साल से यूं ही खड़ी थीं, अब उनमें जान फूंकने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अधूरे पंचायत भवनों के निर्माण कार्य को अब दोबारा शुरू किया जा रहा है। इसकी कमान खंड विकास अधिकारी अमित कुमार ने संभाली है। खंड विकास अधिकारी की कोशिश है कि सरकार की मंशा के अनुरूप पंचायत भवन से कार्य किए जाएं। 

आपको बता दें कि गोलाबाद, देवदत्तपुर, परसहवा, बैरगाढ़, बरबसपुर, अमदहां चरनपुर और मरवटिया सहित कई अन्य गांवों में पंचायत भवनों की सिर्फ नींव या दीवारें खड़ी कर छोड़ दी गई थीं। छत, फर्श, रंग-रोगन जैसी मूलभूत चीजें वर्षों से अधूरी पड़ी थीं। कारण था—पुराना और त्रुटिपूर्ण एस्टीमेट, जिसे सुधारने में किसी ने रुचि नहीं दिखाई। पांच साल तक गांव की सरकार झोले में चलती रही।

आला अधिकारियों के प्रेशर बनाने के बाद अब माहौल बदल रहा है। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के निर्देशों के बाद BDO अमित कुमार ने खुद पहल करते हुए सभी अधूरे भवनों का निरीक्षण किया और एस्टीमेट की खामियों को दुरुस्त कर पुनः निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। जिसे जल्द से जल्द निर्माण कार्य को पूरा कराया जा सके और पंचायत भवन से ही सारे कार्यों को संपादित कराया जाए। 

जल्द बनेंगे आधुनिक पंचायत भवन

खंड विकास अधिकारी ने चंदौली समाचार को बताया कि, "निर्माण कार्य के अधूरे रहने का कारण पुराने एस्टीमेट में गड़बड़ियां थीं। अब उसे संशोधित कर कार्य दोबारा शुरू कर दिया गया है। भवनों को पूरी सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा, जहां पंचायत सचिव बैठ सकेंगे और ग्रामीणों को सुगम सेवाएं मिलेंगी।"
जल्द ही इन भवनों में छत, टाइल्स, रंगाई-पुताई, फर्नीचर आदि कार्य पूरे कराए जाएंगे। इससे न सिर्फ गांवों को बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही भी मजबूत होगी।