नौगढ़ व चकिया में 100 साल वाले पेड़ों को बचाने की कोशिश, वृक्षों को बांधा जाएगा रक्षा सूत्र, 29 अगस्त तक चलेगा अभियान
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ और चकिया में वन विभाग के द्वारा शासन की ओर से चिन्हित काशी वन्यजीव प्रभाग रामनगर के अंतर्गत विभिन्न रेंजों में उम्र के शतक लगाने वाले 17 विरासत वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधा जाएगा।
इस सम्बन्ध में डीएफओ रामनगर दिनेश सिंह का कहना है कि रक्षाबंधन पर्व 22 अगस्त से चल रहा है यह कार्यक्रम 29 अगस्त तक चलेगा, इसमें विरासत वृक्षों के अलावा अब तक रोपित 14 लाख से ज्यादा पौधों को भी रक्षासूत्र बांधते हुए उनकी रक्षा का संकल्प लिया जाएगा।
आपको बता दें कि इसी साल मार्च में काशी वन्यजीव प्रभाग रामनगर की ओर से 17 वृक्षों की सूची शासन को भेजी गई थी। उसके बाद उप्र जैव विविधता बोर्ड की तकनीकी समिति द्वारा इन वृक्षों का अवलोकन कराया गया था।
चहनियां, मुगलसराय, चंदौली, चकिया, राजपथ, नौगढ़ के कुल 17 वृक्ष ‘विरासत वृक्ष’ के मानकों पर खरे उतरे थे। समिति ने चंदौली के वृक्षों को ‘विरासत वृक्ष’ घोषित किया था। इन वृक्षों के प्रति वन विभाग की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। इन वृक्षों को नुकसान पहुंचाने वालो पर वन विभाग के अधिकारी तत्काल कार्रवाई करेंगे।
वन क्षेत्राधिकारी नौगढ़ रिजवान अली खान के द्वारा मंगलवार को चंद्रकांता किले पर शतक पार कर चुके पेड़ों को रक्षा सूत्र से बांधा गया। उन्होंने उपस्थित लोगों को शपथ दिलाते हुए कहा कि राखी बांधने पर भाई सुरक्षा प्रदान करता है उसी प्रकार पौधों की सुरक्षा करने पर पौधे हमें ऑक्सीजन के साथ शुद्ध वातावरण प्रदान करते हुए पर्यावरण देंगे।
डीएफओ रामनगर दिनेश सिंह ने कहा कि प्रभाग के सभी रेंजरों को सूचित कर दिया गया है। विरासत वृक्षों को रक्षासूत्र से बांटा जाएगा। इसके अलावा इस साल अब तक रोपित किए गए पौधों को भी रक्षासूत्र बांधने के लिए योजना तैयार की जा रही है।