घर में घुसकर अकेली महिला के साथ करने लगे छेड़खानी, दबंगों ने देर रात घर में घुसकर मचाया उत्पात

हमले में महिला बुरी तरह घायल होकर जमीन पर गिर गई और अचेत हो गई। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो हमलावर वहां से फरार हो गए।
 

विरोध करने पर तोड़ दिया हाथ

पूरे शरीर पर चोट के निशान

सरहसताल गांव में रात में दबंगों की दबंगई

पति है ड्राइवर बाहर चलाता है ट्रक

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में पंचायत मझगांई के सरहसताल गांव में दबंगई की हद उस समय पार हो गई जब देर रात तीन लोगों ने घर में घुसकर अकेली महिला से बदतमीजी की। महिला ने हिम्मत दिखाकर विरोध किया तो दबंगों ने उसे बेरहमी से लाठी-डंडों से पीट दिया। पीड़िता का बायां हाथ टूट गया, पीठ और पैरों पर गहरे जख्म हो गए। खून से लथपथ हालत में उसे अस्पताल पहुंचाया गया।

चकरघट्टा थाना में दी गई तहरीर में पीड़िता कविता ने बताया कि उसका पति बबलू ट्रक ड्राइवर है और अक्सर घर से बाहर रहता है। मंगलवार देर रात वह घर पर अकेली सो रही थी, पड़ोसी राजनाथ जबरन अंदर घर में घुस आया और छेड़खानी करने लगा। महिला ने विरोध किया तो बाहर पहले से खड़े पंकज और प्रमोद भी अंदर आ धमके। तीनों ने मिलकर लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।

चीख-पुकार पर दौड़े लोग, अचेत होकर गिरी महिला

हमले में महिला बुरी तरह घायल होकर जमीन पर गिर गई और अचेत हो गई। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो हमलावर वहां से फरार हो गए। ग्रामीणों ने तत्काल 108 एंबुलेंस बुलाई और रात 11 बजे घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ पहुंचाया। हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

पति ने लगाई इंसाफ की गुहार

 महिला का पति बबलू सुबह घटना की जानकारी होने पर अस्पताल पहुंचा और इलाज करने के बाद चकरघट्टा थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी। उसने कहा कि पत्नी को दबंगों ने बुरी तरह पीटा है। चकरघट्टा थानाध्यक्ष दयाराम गौतम ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।‌

रात में हुई इस घटना ने स्थानीय महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रात के वक्त घर में घुसकर हमला किए जाने से महिलाओं में भय का माहौल है।  महिलाओं का कहना है कि अगर दबंगों पर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो बेटियां और बहुएं खुद को असुरक्षित महसूस करेंगी। गांव में चर्चा है कि दबंगई पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को सिर्फ तहरीर पर कार्रवाई करने के बजाय सख्ती दिखानी होगी, तभी महिलाओं का भरोसा प्रशासन पर बना रह पाएगा।