चकघट्टा थाने में पन्ना फाड़कर दरोगा ने थाने में बदल दी तहरीर, जानिए क्या है मामला 

इतना ही नहीं, पीड़ित का कहना है कि उसकी बेटी के साथ भी छेड़छाड़ हुई और जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित परिवार ने किसी तरह थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
 

पीड़ित बोला– बेटी से छेड़छाड़ हुई

SP के आदेश के बाद पीड़ित की बेटी का दर्ज होगा बयान

दरोगा के करतूत की भी होगी जांच  ‌

चंदौली जिले में तहसील नौगढ़  के थाना चकरघट्टा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। इंसाफ मांगने पहुंचे फरियादी की तहरीर को दरोगा ने फाड़ दिया और जबरन दूसरी तहरीर लिखवाकर दस्तखत करा लिया। पीड़ित ने जब इस करतूत की शिकायत एसपी से की तो उन्होंने न सिर्फ मुकदमे की जांच बैठाई बल्कि आरोपी दरोगा की गतिविधियों की भी गहन समीक्षा का आदेश दिया है।

चकरघट्टा थाना क्षेत्र के जमसोत गांव निवासी संवरू यादव ने SP को बताया कि 6 अगस्त की रात गांव के ही राजेश, विजय, लोरिक, बिंदु और चंद्रशेखर उसके घर में घुस आए। सभी ने मिलकर जमकर मारपीट की और महिलाओं को घर से बाहर निकालकर पीटा। इतना ही नहीं, पीड़ित का कहना है कि उसकी बेटी के साथ भी छेड़छाड़ हुई और जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित परिवार ने किसी तरह थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।

दरोगा की करतूत पर उठे सवाल 

पीड़ित संवरू यादव का आरोप है कि जब उसने थाने में पूरी घटना लिखकर तहरीर दी तो वहां मौजूद दरोगा महेंद्र ने उसे पढ़ने के बाद फाड़ दिया। इसके बाद दूसरी तहरीर अपने हिसाब से लिखवाई गई और उस पर जबरन दस्तखत करा लिया गया। मेडिकल कराए जाने के बावजूद मुकदमे में गंभीर धाराओं को शामिल नहीं किया गया। पीड़ित का कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया में उसकी बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ और जोर-जबरदस्ती का जिक्र ही नहीं है। 

कैसे दबाई जा रही है फरियाद, उजागर किया है संवरु ने 
संवरू का कहना है कि गांव से लेकर थाना स्तर तक पीड़ित की फरियाद दबाने की कोशिश हुई। ग्रामीणों का कहना है कि पीड़ित परिवार लगातार न्याय की गुहार लगा रहा था, लेकिन उनकी बात सुनी ही नहीं जा रही थी। फरियादी को बार-बार चुप रहने की नसीहत दी गई और जब उसने जोर दिया तो नई तहरीर लिखने के लिए मजबूर किया गया। मामले ने अब तूल पकड़ा है। 

एसपी आदित्य लांग्हे का हस्तक्षेप 
 पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि पीड़ित परिवार के साथ न्याय होगा और किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। एसपी ने न केवल घटना की निष्पक्ष जांच का निर्देश दिया है बल्कि आरोपी दरोगा की गतिविधियों की भी समीक्षा करने को कहा है। साथ ही पीड़ित की बेटी का बयान दर्ज कराने और असली तहरीर के आधार पर मुकदमे को दुरुस्त करने की बात कही है।