नौगढ़ में धरना स्थल पर पहुंचे DFO, आश्वासन मिलते ही धरना हो गया समाप्त 
 

नौगढ़ में विनियमतिकरण व अन्य पांच सूत्रीय मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का धरना प्रभागीय वनाधिकारी रामनगर के आश्वासन पर शुक्रवार को अपराह्न में समाप्त हो गया।
 

कमेटी बनाकर पत्रावली दुरुस्त करेंगे

वाचरों को देंगे वर्दी जैकेट

विनियमितीकरण में किसी के साथ अन्याय नहीं होने की गारंटी

डीएफओ ने मौके पहुंच कर सुलझाया मामला

 

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में विनियमतिकरण व अन्य पांच सूत्रीय मांगों को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का धरना प्रभागीय वनाधिकारी रामनगर के आश्वासन पर शुक्रवार को अपराह्न में समाप्त हो गया। आश्वस्त किया कि संगठन की सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार होगा, किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। उन्होंने कमेटी बनाकर पत्रावली  दुरुस्त कराने को कहा। इसके बाद संगठन के प्रदेश संरक्षक त्रिवेणी प्रसाद खरवार ने दैनिक वेतन भोगी कर्मियों से काम पर लौटने की घोषणा कर दी। 


आपको बता दें कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी पिछले चार दिन से जैमोहनी रेंज परिसर के मझगाई रेंज कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें समझाने की वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार सिंह और वन क्षेत्राधिकारी संजय श्रीवास्तव ने कई बार कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। शुक्रवार को दोपहर में प्रभागीय वनाधिकारी दिलीप श्रीवास्तव के साथ वन  क्षेत्राधिकारी नौगढ़ उनसे वार्ता करने पहुंचे। अधिकारियों ने संगठन के जिला संरक्षक रामाशंकर यादव, जिलाध्यक्ष भोरिक यादव से वार्ता करने के बाद दैनिक कर्मचारियों को समझा- बुझाकर धरने को खत्म कराया। 

जिलाध्यक्ष भोरिक यादव ने चंदौली समाचार को बताया कि डीएफओ  ने उनकी पांच सूत्रीय मांगों को अधिकारियों की कमेटी बनाकर पूरा करने का वादा के साथ वन कर्मियों को वर्दी, जैकेट देने को कहा है। अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो फिर धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। 


धरना स्थल पर  डीएफओ दिलीप श्रीवास्तव ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ की प्रमुख मांग विनियमितीकरण की कार्यवाही, वरिष्ठता सूची के आधार पर पत्राचार किए जाने तथा पारिश्रमिक बकाया भुगतान कराने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर मुरारी मौर्य, अफरोज खान, विश्वनाथ यादव, रामरतन चौहान, द्वारिका मोदनवाल समेत सभी रेंजों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मौजूद थे।