नौगढ़ के गहिला गांव में फैला डायरिया, 20 की हालत गंभीर
ब्लीचिंग पाउडर का हुआ छिड़काव
बांटे गए ओ आर एस के पैकेट
5 मरीज भर्ती हुए जिला हॉस्पिटल सोनभद्र
चंदौली जिले से बिहार और सोनभद्र के सरहद पर स्थित गहिला गांव में तीन दिन से डायरिया का प्रकोप है। गांव के कई परिवार के एक दो लोग और बच्चे उल्टी -दस्त से जकड़े बिस्तर में पड़े हैं। इनमें सोमवार की रात को चार पांच लोगों की हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल लोढ़ी (सोनभद्र) में भर्ती कराया गया। जबकि इसी गांव के सुदामा (70) की हालत गंभीर होने पर मंगलवार को गांव में पहुंची मेडिकल टीम ने जिला अस्पताल भेज दिया।
आपको बता दें कि गांव में काफी संख्या में उल्टी दस्त से बीमार होने की सूचना मिलने पर सुबह चिकित्सकों की टीम गांव में पहुंची। यहां कैंप लगाकर मरीजों का इलाज शुरू होने पर मरीजों के परिजनों ने राहत की सांस ली।
मगरही पंचायत के राजस्व गांव गहिला में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से धड़ाम है। गांव की गलियों व नालियों में गंदगी के चलते तीन दिन पहले डायरिया ने दस्तक दी। बीमारी की जद में गांव के दूधनाथ (55) के तो पूरे परिवार की हालत नाजुक बनी हुई है। उसकी पत्नी रामावती (45), शिखा (7), सुनैना (10), सुनील (18), गोलू (15), शिवम (4), सरिता (6), पुष्पा (17), प्रियंका 12 सुदामा 50 रीता 35 खुशबू (12) आदित्य (8) तारा (32) सुभाषी (32), रीता (35), राम स्वराज (25) सहित दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं।
गहिला गांव में डायरिया फैलने से गांव वालों में हड़कंप है। गांव वालों का कहना है कि गंदगी और नालियों की सफाई ना होने से दुर्गंध आती रहती है। गांव में डायरिया होने की जानकारी मंगलवार को गांव के प्रधान प्रतिनिधि अजय यादव ने सीएचसी के अधीक्षक डॉ. अवधेश पटेल को दी तो चिकित्सकों की टीम गांव पहुंची। पहले घरों के आसपास, नालियों, कुंए आदि में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया। उसके बाद कैंप लगाकर मरीजों का उपचार कर लोगों को जिंक की गोलियां और ओआर एस का पैकेट बांटे। पानी को खौलाकर उसे ठंडा करने के बाद पीने की सलाह दी गई। बस्ती के लोगों को बासी भोजन न करने व घरों को साफ-सुथरा बनाए रखने को कहा गया। चिकित्सकों की टीम में डॉ.गंगाराम भारती, डॉ दिनेश कन्नौजिया, एनम नीतू आशा व आंगनबाड़ी शामिल रहीं।
अधीक्षक डॉक्टर अवधेश पटेल बोले
दूषित पानी और गंदगी से दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं, अभी वास्तविक मरीजों की संख्या का पता नहीं चला है। बचाव के लिए स्वच्छ जल और ताजा भोजन सेवन करने को कहा गया है।