नौगढ़ में कुत्तों का आतंक, बच्चों की सुरक्षा खतरे में 

डॉ. अजीत सिंह ने परिजनों को सख्त हिदायत दी कि घाव को रोज साबुन से धोएं, कोई घरेलू चीज न लगाएं और एंटी रेबीज के पांचों इंजेक्शन तय तारीख़ पर जरूर लगवाएं।
 

दो गांव में स्कूल जा रहे बच्चों को कुत्ते ने काटा

कक्षा में पहुंचने से पहले अस्पताल के बिस्तर पर पहुंच गए मासूम

मानना चाहिए डॉक्टर की सलाह

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में सुबह- सुबह दो गांवों में एक जैसी घटनाएं हुईं, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। स्कूली ड्रेस पहने दो मासूम बच्चे स्कूल जाने निकले थे, लेकिन रास्ते में ‘पाठशाला’ से पहले उन्हें मिली पैथशाला’। दोनों को आवारा कुत्तों ने दौड़ा कर काट लिया। घायल बच्चों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में भर्ती कराया गया।

पहली घटना पंचायत बाघी का रहने वाला छात्र आहिल, नौगढ़ इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ता है। गुरुवार को सुबह जैसे ही वह पुरानी बाजार के किला रोड पर पहुंचा, एक कुत्ता अचानक झपट पड़ा।चीखता-चिल्लाता आहिल दौड़ा लेकिन कुत्ते ने पैर का अंगूठा बुरी तरह काट लिया। पास के लोग लाठी-डंडा लेकर दौड़े, तब जाकर कुत्ता भागा। मगर तब तक छात्र ज़मीन पर गिर चुका था और पैर से खून बहने लगा। उसे तुरंत नौगढ़ सीएचसी ले गए जहां डॉ. अजीत सिंह ने एंटी रेबीज व टिटनस का टीका दिया।

दूसरी घटना झुमरिया गांव में 

झुमरिया गांव में रहने वाले मनोज के बेटे शुभम को भी  सुबह वही अनुभव हुआ। कक्षा  दो का छात्र शुभम जब स्कूल जा रहा था, तभी रास्ते में कुत्ते ने पीछे से हमला कर दाहिने हाथ को काट लिया। घबराया शुभम किसी तरह घर लौटा। पिता उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां भी एंटी रेबीज और टीटी का टीका लगाया गया।

कुत्ता काटे तो लापरवाही नहीं करें

डॉ. अजीत सिंह ने परिजनों को सख्त हिदायत दी कि घाव को रोज साबुन से धोएं, कोई घरेलू चीज न लगाएं और एंटी रेबीज के पांचों इंजेक्शन तय तारीख़ पर जरूर लगवाएं। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ दो बच्चों का नहीं, बल्कि पूरे इलाके की सुरक्षा का है।