हैंडपंप मरम्मत में लाखों खर्च, फिर भी पानी की जगह हवा फेंक रहे हैं हैंडपंप
 

कुएं सूख गए हैं, खराब हैंडपंपों का मरम्मत भी नहीं कराया जा रहा है जिससे ग्रामीणों को पानी लेने के लिए एक से दो किलोमीटर दूर पैदल चलकर दूसरी बस्तियों से पानी लाना पड़ रहा है।
 

मलेवर गांव में पानी की किल्लत जारी

दो किलोमीटर दूर से लाना पड़ रहा है पानी

मलेवर गांव में खराब हैं 15  हैंडपंप

बीडीओ साहब कब व कैसे होगी सभी की मरम्मत

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में पीने के पानी का संकट गर्मी बढ़ने के साथ बढ़ने लगा है। जहां भी सरकारी टैंकर से पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है, वहां वनवासी बस्तियों का कुनबा बंधी, नाले का प्रदूषित पानी पीकर बीमार होने की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं बीडीओ साहब टैंकर से पानी दिए जाने का दावा कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि विकास खंड नौगढ़ के मलेवर ग्राम पंचायत में तीन माह से इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़े हैं। ‌वही, इनकी रिबोर व मरम्मत के नाम पर दो लाख रुपए से अधिक की धनराशि खर्च की चुकी है। इसके बावजूद हैंडपंप पानी की जगह हवा फेंक रहे हैं। सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद जिलाधिकारी निखिल  टीकाराम फुंडे ने जांच के निर्देश दिए हैं। ‌भीषण गर्मी से जलस्तर काफी नीचे चला गया है। कुएं सूख गए हैं, खराब हैंडपंपों का मरम्मत भी नहीं कराया जा रहा है जिससे ग्रामीणों को पानी लेने के लिए एक से दो किलोमीटर दूर पैदल चलकर दूसरी बस्तियों से पानी लाना पड़ रहा है।

ग्राम पंचायत मलेवर में लगभग 19 इंडिया मार्का हैंड पंप लगे हैं। जिसमें मलेवरिया के बस्ती में दस हैंड पंप पूरी तरह से खराब हैं। जो कुछ चल रहे हैं उनमें समर्सिबल पंप लगाया गया है, लेकिन बस्ती के लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। इसी पंचायत की महिलाएं सुबह -शाम सिर पर बाल्टी, डिब्बा रखकर चुंआड़ से पानी लाने को मजबूर हैं। लोगों ने हैंडपंपों के मरम्मत हेतु कई बार ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव से भी शिकायत किया। खंड विकास अधिकारी के दफ्तर में फरियाद लगाई। लेकिन पंचायती राज विभाग के अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।

 मलेवर गांव में राम औतार, मिट्ठू चौहान, मोहन प्रजापति, खरगून, राम लखन, लल्लन यादव, राधेश्याम चौहान, गोपू सिंह, चंद्रमा सिंह के दरवाजे पर लगा  हैंडपंप काफी दिनों से खराब पड़ा हुआ है। भैरव के दरवाजे पर लगा हैंडपंप गंदा पानी दे रहा है। कुओं में प्रदूषित पानी इकट्ठा है। जिससे लोग दो किलोमीटर दूर से पानी लाने के लिए मजबूर हैं।

इस समस्या के बारे में खंड विकास अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि पंचायत सचिव और  प्रधानों को खराब हैंड पंपों को मरम्मत कराने के साथ ही सुबह, शाम टैंकर चलाने का निर्देश दिया गया है। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी। इस गांव को वरीयता के आधार पर निर्देशित करके समस्या दूर कराने की कोशिश होगी।