नौगढ़ में धान खरीद न होने पर किसान करेंगे आंदोलन

भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिलाध्यक्ष विकास पांडे ने कहा है कि नौगढ़ में धान खरीद के लिए छह क्रय केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन इस साल साधन सहकारी समिति मझगावा पर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है।
 

नौगढ़ में धान खरीद

न होने पर किसान करेंगे आंदोलन

भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिलाध्यक्ष विकास पांडे ने कहा है कि नौगढ़ में धान खरीद के लिए छह क्रय केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन इस साल साधन सहकारी समिति मझगावा पर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है। अगर धान की खरीद नहीं किया गया तो किसान सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे


चंदौली जिले के विकास खंड नौगढ़ में धान क्रय केंद्रों पर किसानों का शोषण और अधिकारियों की सांठगांठ से हो रही गड़बड़ियों से किसानों के साथ ही किसान संगठन भी आक्रोशित है। साधन सहकारी समिति मझगावा को इस बार धान क्रय केंद्र नहीं बनाई जाने से क्षुब्ध किसानों ने मंगलवार को नारेबाजी करते हुए सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है।

 भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिलाध्यक्ष विकास पांडे ने कहा कि अगर भाजपा की सरकार सारे किसानों का धान ईमानदारी से खरीदना चाहती है तो, बिचौलियों के साथ सांठगांठ रखने वाले बेईमान अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी करे। कहा कि नौगढ़ में धान खरीद के लिए 6 क्रय केंद्र बनाए गए हैं लेकिन इस साल साधन सहकारी समिति मझगावा पर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है। अन्य केंद्रों पर काफी धीमी गति से धान खरीदा जा रहा है और 3 से 5 किलो अतिरिक्त धान प्रति कुंतल किसानों से लिया जा रहा है।


 किसान नेता बलदाऊ  सिंह यादव ने कहा कि साधन सहकारी समिति नौगढ़, बरवाडीह, बोझ और विपणन शाखा के मझगांई और हरियाबांध में धान खरीद के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। मझगावां समिति पर आयोजित चौपाल में किसान नेताओं ने निर्णय लेते हुए कहा कि 23 दिसंबर को जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर धान की खरीद नहीं किया गया तो  ट्रैक्टर-ट्रॉली पर धान की फसल को लादकर किसान सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होंगे।


 किसान चौपाल में प्रमुख रूप से जिला पंचायत सेक्टर 2  के सदस्य आजाद अंसारी, ग्राम प्रधान ईश्वर कॉल, चंद्र प्रकाश उर्फ पप्पू दुबे, आफताब, दिनेश सिंह, त्रिलोकी, शिवशंकर, रामचंदर, मेवा लाल मौर्य, शिवपूजन सिंह, हीरालाल यादव, दयानंद, मनोहर, गुदरी,राजकुमार सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।