देखिए वीडियो : राजेंद्र यादव जंगल में कैसे लगा रहा था आग
डीएफओ रामनगर दिनेश सिंह ने कहा है कि यदि महुआ बीनने वाले जंगलों में आग लगाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने क्षेत्रीय वनधिकारियों को वन संपदा नष्ट करने वालों को सुनवाई किए बिना जेल भेजने को कहा है।
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में जंगल में लगातार बढ़ रही आग की घटनाओं को लेकर वन विभाग ने सख्त रुख अख्तियार किया है। डीएफओ रामनगर के निर्देश पर वन क्षेत्राधिकारी जयमोहनी मकसूद हुसैन ने गश्त के दौरान जंगल में आग लगा रहे झुमरिया गांव के राजेंद्र यादव पुत्र काशी को पकड़ने के बाद 1927 की धारा 26 ग तथा लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम में निरुद्ध करके जेल भेज दिया है। वन विभाग की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा है।
आपको बता दें कि डीएफओ रामनगर दिनेश सिंह ने सख्त लहजे में क्षेत्रीय वनाधिकारियों से कहा है कि यदि महुआ बीनने वाले जंगलों में आग जलाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन अधीनस्थों के साथ वन क्षेत्र के गश्त पर निकले थे। इसी दौरान अमदहां कंपार्टमेंट नंबर 8 के मझगांई उत्तरी वीट में एक व्यक्ति पत्तों और झाड़ियों को इकट्ठा करके उसमें आग लगा रहा था। वन विभाग की टीम को देख वह भागने लगा। वनरक्षक निर्भय सिंह, चंद्रशेखर और संदीपक ने उसे दौड़ाकर पकड़ा और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम पता राजेंद्र पुत्र काशी निवासी डुमरिया थाना नौगढ़ बताया।
वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने चंदौली समाचार को बताया कि कुछ लोग महुआ बीनने जंगलों में आते हैं और वहीं खाना बनाते हैं। इसके बाद बिना आग बुझाए ही चले जाते हैं। जिससे जंगल में आग लग जाती है। अधीनस्थों को निर्देश देते हुए कहा गया है कि चिन्हित कर ठहरने न दिया जाए। यह जंगल जीवन देते हैं। जहां आग देखें तो तत्काल बुझाएं।
डीएफओ रामनगर दिनेश सिंह क्षेत्रीय वनाधिकारियों को सचेत करते हुए कहा है कि जंगलों में जो लोग आग लगा रहे हैं या नष्ट कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। जंगल से पर्यावरण अच्छा रहता है। इसे बचाए रखें। इसका विनाश न करें। डीएफओ ने कहा है कि लोग जंगलों में खाना बनाते हैं, बीड़ी पीते हैं जिससे आग लग जाती है ऐसा नहीं होना चाहिए।