डायरिया से दहशत में है गहिला गांव के लोग, मरीजों की संख्या हुई 33, दो की हालत गंभीर
संचारी रोग के नोडल अफसर पहुंचे गांव में
हैंडपंपों के पानी का लिया सैंपल भेजा लैब
घर-घर बांटी गई क्लोरीन
ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
नौगढ़
अशोक
नौगढ़। क्षेत्र के गहिला गांव में चार चार दिन से (उल्टी दस्त) डायरिया थमने का नाम नहीं ले रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। हालात बिगड़ने की सूचना पर बुधवार को मुख्यालय से संचारी रोग विभाग के नोडल अफसर डॉ. हेमंत कुमार और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. शरद मिश्रा टीम के साथ गांव पहुंचे। पानी का सैंपल लिया। इससे पहले उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना। गांव में घर-घर दवाई ओआरएस पाउडर का वितरण कराया।
बस्ती में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने के साथ पानी में क्लोरीन डलवाया। यहां सीएचसी की टीम पहले से ही गांव में डटी हुई है। बुधवार को तेरह नए मरीज सामने आए, जिनमें बुद्धू (58), छोटेलाल (62), ममता (18), सुभाष (16), दीपक यादव (22) सूरज (17) को एंबुलेंस 108 से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में भर्ती कराया गया, दो की हालत बिगड़ते पर जिला अस्पताल ले जाया गया। जबकि मंगलवार की रात कुछ लोगों की हालत खराब होने लगी। जिनमें वंश नारायण (40), सुरतिया (75), भगवंती देवी (22), गोलू (15), फुलवासी (68), सुभाषी (40), सरोज (25) को सोनभद्र के बैनी कस्बा में संचालित प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हुए हैं । सीएचसी के अधीक्षक डॉ अवधेश पटेल ने बताया कि तीन दिन पहले गहिला गांव में डायरिया फैला था। अब तक डायरिया से करीब 33 लोग बीमार हुए हैं।
पानी का सैंपल लेकर लखनऊ लैब भेजा गया है। सात मरीज सोनभद्र के प्राइवेट अस्पताल और जिला हॉस्पिटल में भर्ती हुए हैं, जबकि 20 मरीजों का गांव में इलाज किया गया है। सीएचसी नौगढ़ में 4 लोग भर्ती हैं, दो लोगों की हालत गंभीर होने पर समुचित इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।