योगी सरकार के आदेश को नहीं मानते डीपीआरओ साहब, कर्मचारी भी हैं मनमाने 
 

नौगढ़ तहसील में कई गांवों में पंचायती राज की सरकार झोले में चल रही है। अधूरे पंचायत भवनों के चलते ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में रुकावट आ रही है।
 

 नौगढ़ में मैनेजमेंट करके हो रहा गांवों का विकास

सचिवों के झोले में चल रही है गांव की सरकार

अफसरों की तरह सचिव भी हैं मनमाने
 

चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील में कई गांवों में पंचायती राज की सरकार झोले में चल रही है। अधूरे पंचायत भवनों के चलते ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में रुकावट आ रही है।


आपको बता दें कि विकास खंड नौगढ़ के पंचायत बैरगाढ़, अमदहां, चरनपुर, गोलाबाद, बरबसपुर, मरवटिया, लक्षिमनपुर, और मलेवर गांवों में पंचायत भवनों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है, जिससे ग्रामीणों को आवश्यक सरकारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

अधूरे पंचायत भवनों से प्रभावित हो रहा है विकास कार्य


पंचायत भवनों के अधूरे निर्माण के कारण इन ग्राम पंचायतों के विकास कार्य ठप हो गए हैं। ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर, जाति, निवास, जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जैसी सेवाओं के लिए ब्लॉक के कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। पंचायत भवन की फाइलों में हालांकि निर्माण कार्य को पूर्ण दिखा दिया गया है और संचालन हेतु लाखों रुपये का भुगतान भी जारी कर दिया गया है। इनमें कंप्यूटर और फर्नीचर जैसी सुविधाओं के नाम पर खर्च किया गया है, लेकिन सभी सामान ग्राम प्रधान के घर पर पड़ा हुआ है और किसी भी तरह का उपयोग नहीं हो रहा है।

बैरगाढ़ पंचायत की प्रधान शांति देवी बोली


ग्राम प्रधान शांति देवी ने बताया कि उन्होंने खंड विकास अधिकारी से कई बार अनुरोध किया कि पंचायत भवन का निर्माण कार्य पूरा कराया जाए। लेकिन बार-बार कहने के बावजूद भुगतान न होने से निर्माण कार्य अधूरा ही रह गया। यह भुगतान कौन लटकाता है और क्यों लटकाता है, यह किसी को नहीं मालूम है।

खंड विकास अधिकारी अमित कुमार बोले


 पंचायत भवनों के निर्माण में हुई देरी और अनियमितताओं को लेकर संबंधित पंचायत सचिवों को स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी किया गया है। सरकार की मंशा के अनुरूप पर तेजी से काम पूरा कराने की कोशिश की जा रही है। इसमें लापरवाही पर एक्शन भी लिया जा रहा है।