आकांक्षी जिले का हाल में निपटायी जाती हैं जन चौपालें, नहीं पहुंचते हैं ब्लॉक के अफसर
 

गंगापुर और लक्ष्मनपुर गांव में शुक्रवार को सुबह से ही गांव के लोग  बड़े उत्साह के साथ चौपाल में पहुंचे थे, जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे उनकी उम्मीदें भी टूटने लगी।
 

प्रशासन आपके द्वार का दावा खारिज

नौगढ़ ब्लॉक की  जन चौपाल में नहीं पहुंचे अधिकारी

स्टॉल पर दिखे चपरासी और चौकीदार

सचिव और प्रधानों ने निपटाई चौपाल

चंदौली जिले के तहसील नौगढ में‌ कंपोजिट विद्यालय गंगापुर और प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मनपुर में चलो चन्दौली के तहत प्रशासन आपके द्वार जन चौपाल कार्यकम में अधिकारियों के न पहुंचने पर सचिव और प्रधान को ही खानापूर्ति करनी पड़ी। ‌

आपको बता दें कि गंगापुर और लक्ष्मनपुर गांव में शुक्रवार को सुबह से ही गांव के लोग  बड़े उत्साह के साथ चौपाल में पहुंचे थे, जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे उनकी उम्मीदें भी टूटने लगी। दोपहर बाद गंगापुर में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी वरुण सिंह और प्रधान मौलाना यादव ने दीप प्रज्वलित कर एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर चौपाल की खानापूर्ति किया।  इस छोटे से आयोजन में प्रशासन का कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आया।

 वहीं लक्ष्मनपुर के प्राथमिक विद्यालय में भी कुछ ऐसा ही हाल था। सीडीपीओ सरोज रानी और ग्राम प्रधान सुनीता देवी के  प्रतिनिधि सतीश पाल ने दीप जलाए और प्रदर्शनी का निरीक्षण करके चौपाल को निपटा दिया। इस दौरान गांव में महिलाओं की गोद भराई की गई, बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया, और कुछ बच्चियों को पोजल थैलियां भी दी गई। इस तरह प्रशासन आपके द्वार का यह जन चौपाल उम्मीदों के विपरीत, केवल एक औपचारिकता बनकर रह गया।

प्रदर्शनी में चपरासी सफाई कर्मी और चौकीदार

प्रदर्शनी में चपरासी, सफाई कर्मी और चौकीदार ही सबसे ज्यादा नजर आए, जिन्हें देखकर ग्रामीणों को यह अहसास हुआ कि प्रशासनिक अधिकारियों की कमी ने इस कार्यक्रम को फीका कर दिया। स्थानीय लोग अपनी समस्याओं को लेकर निराश थे क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि जन चौपाल में अधिकारी सीधे उनके बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करेगा लेकिन उनकी उम्मीदें धरी की धरी रह गई।