नौगढ़ तहसील में आपस में लड़ रहे वकील, कमला यादव ने कहा था- बार के फर्जी अध्यक्ष
अधिवक्ता के आरोपों पर बार एसोसिएशन सख्त
अध्यक्ष बोले–संगठन की छवि खराब करने की कोशिश
कमला यादव पर कई आपराधिक मुकदमे और पुराने विवाद
चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील में अधिवक्ता कमला प्रसाद यादव द्वारा लगाए गए आरोपों को बार एसोसिएशन ने सिरे से खारिज कर दिया। अध्यक्ष सत्यानंद तिवारी ने कहा कि संगठन हमेशा नियम और पारदर्शिता के साथ काम करता है। कमला यादव का उद्देश्य संगठन की साख गिराना और व्यक्तिगत लाभ लेना है।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष सत्यानंद तिवारी ने कहा कि “कमला प्रसाद यादव द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण हैं। हमारे सभी अधिवक्ता नियमों का पालन करते हैं और COP परीक्षा की प्रक्रिया से गुजर चुके हैं। एक व्यक्ति के निजी स्वार्थ और कटुता भरे आरोप संगठन को कमजोर नहीं कर सकते।”
कमला यादव पर आपराधिक मुकदमे और पुराने विवाद
उप जिलाधिकारी विकास मित्तल को पत्रक देते हुए संगठन ने यह भी बताया कि अधिवक्ता कमला यादव के खिलाफ नौगढ़ थाने में पाँच से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने, और ग्राम पंचायत की संपत्ति में दखल देने जैसे मामले भी हैं। यही नहीं, कमला यादव का नाम कई बार ग्रामीण विवादों और दबंगई के मामलों में भी उछल चुका है। बार एसोसिएशन के महामंत्री रणविजय यादव ने कहा कि ऐसे व्यक्ति का संगठन पर टिप्पणी करना न्यायपालिका और अधिवक्ता बिरादरी का अपमान है।
संगठन की एकजुटता – “अफवाहों से साख नहीं गिरेगी”
अध्यक्ष ने कहा कि संगठन के सभी वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिवक्ता एकजुट होकर काम कर रहे हैं। “किसी भी अफवाह या झूठे बयान से हमारी साख नहीं गिरेगी। जिलाधिकारी और एसडीएम से अनुरोध है कि इस तरह की शिकायतों की निष्पक्ष जांच कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और अफवाह फैलाने वालों की असलियत उजागर हो।”
कमला यादव की पृष्ठभूमि भी सवालों के घेरे में
बार एसोसिएशन के पदाधिकारीयों का कहना है कि कमला यादव लंबे समय से तहसील क्षेत्र में विवादित गतिविधियों में शामिल रहे हैं। जमीन विवादों में उनकी सक्रियता, बार-बार थानों और तहसीलों में बवाल खड़ा करना और दबाव की राजनीति करना उनकी पहचान बन चुकी है। वकालत की आड़ में निजी स्वार्थ और दबंगई को आगे बढ़ाते रहे हैं।
बार एसोसिएशन ने साफ चेतावनी दी कि अगर कोई भी व्यक्ति संगठन की गरिमा और अधिवक्ताओं की साख पर सवाल उठाता है तो उसके खिलाफ न सिर्फ संगठनात्मक बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। अध्यक्ष सत्यानंद तिवारी ने कहा – “कमला यादव जैसे लोगों की हरकतों से संगठन की छवि धूमिल नहीं होगी, बल्कि ऐसे मामलों से हमारी एकजुटता और भी मजबूत होगी।