नौगढ़ में पागल कुत्ते का आतंक: बाजार में मचाया हड़कंप, 10 लोग घायल
पागल कुत्ते ने बाजार में लोगों पर किया ताबड़तोड़ हमला
10 लोग गंभीर रूप से घायल
नौगढ़ सीएचसी में कराया गया इलाज
हमले के बाद कस्बे में पसरा सन्नाटा
ग्रामीणों ने लाठी-डंडा लेकर शुरू की कुत्ते की तलाश
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में गोवर्धन पूजा और छठ पर्व की रौनक के बीच नौगढ़ कस्बे में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक पागल कुत्ता लोगों पर कहर बनकर टूट पड़ा। बाजार की भीड़ में पागल कुत्ते ने ताबड़तोड़ हमला कर कई लोगों को लहूलुहान कर दिया। कुछ ही पलों में माहौल खुशियों से मातम में बदल गया — हर तरफ चीख-पुकार, भगदड़ और डर का साया फैल गया।
बताया जा रहा है कि कुत्ते का हमला इतना अचानक और भयावह था कि लोग संभल भी नहीं पाए। वह नौगढ़ बाजार से लेकर दुर्गा मंदिर परिसर तक दौड़ता रहा और जो भी मिला, उसे काट डाला। इस हमले में बाघी नौगढ़ के ऋषि, रुद्र प्रताप, सुनीता, राधिका, शौर्य, आराध्या, शबाना के साथ-साथ लौवारी गांव के मंगरु और देवरा गांव के पिंटू गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ पहुंचाया। वहां चिकित्सक डॉ. अजीत सिंह ने घायलों को तुरंत एंटी रेबीज वैक्सीन और टीटी इंजेक्शन लगाए। उन्होंने बताया कि “दोपहर से लेकर शाम तक लगातार 10 लोगों को इलाज के लिए लाया गया। सभी को तीन-तीन दिन के अंतराल पर दो-दो डोज और लगवाने की सलाह दी गई है।”
डॉ. अजीत सिंह ने ग्रामीणों को चेताया है कि “कुत्ते के काटे स्थान को तुरंत साबुन और पानी से धोना चाहिए,” ताकि संक्रमण का खतरा कम हो सके।
कस्बे में दहशत, पसरा है सन्नाटा
कुत्ते के हमले के बाद से नौगढ़ बाजार और आस-पास के इलाकों में दहशत का माहौल है। बच्चों और महिलाओं को घरों से बाहर निकलने से मना किया जा रहा है। बस्ती के लोग लाठी-डंडा लेकर पागल कुत्ते की तलाश शुरू कर दी, लेकिन घंटों की खोज के बाद भी वह जंगल में कहीं गायब हो गया।
भौंकने की आवाज पर चौकन्ने हो जा रहे हैं लोग
ग्रामीणों का कहना है कि यह वही कुत्ता है जो बीते दो दिनों से बाजार में घूम रहा था और लोगों पर गुर्रा रहा था। अब उसके हमले के बाद लोग भयभीत हैं। उन्होंने प्रशासन से डॉग कैचर टीम भेजने, और क्षेत्र में पशु विभाग की टीम तैनात करने की मांग की है, ताकि दोबारा ऐसी घटना न घटे। लोग हर भौंकने की आवाज़ पर चौकन्ने हो जा रहे हैं। नौगढ़ की गलियों में “कहीं फिर कोई कुत्ता हमला न कर जाए” की चिंता साफ झलक रही है।