किशोरी की गला घोंटकर हत्या : 9 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, ग्रामीणों में आक्रोश
तो क्या पुलिस की जांच पड़ गयी है ढीली
गांव में चंद्रशेखर आजाद को बुलाने की तैयारी
पुलिस का अपना रटा रटाया दावा
चंदौली जिले के नौगढ़ थाना क्षेत्र के विनायकपुर गांव में दलित किशोरी की हत्या के 9 दिन बाद भी पुलिस मामले का खुलासा करने में असफल रही है, जिससे गांव के लोगों में गहरा आक्रोश है।
घटना एक शादी समारोह के दौरान आर्केस्ट्रा डांस देखते समय नाबालिग किशोरी लापता हुई थी, अगले दिन किशोरी की गला दबाकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी न होने से परिजनों में रोष है और वे भीम आर्मी के सांसद चंद्रशेखर आजाद को गांव में बुलाने की मांग कर रहे हैं।
हालांकि घटना के दो दिन बाद ही भीम आर्मी संगठन के मंडलाध्यक्ष एके गौतम के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पुलिस की नाकामी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए नौगढ़ थाने का घेराव किया था। उनका आरोप था कि पुलिस की निष्क्रियता और लापरवाही के कारण ही आरोपी अभी तक गिरफ्त से बाहर हैं। कार्यकर्ताओं ने मांग की कि पुलिस जल्द से जल्द मामले का खुलासा करे और दोषियों को सजा दिलाए।
इतना ही नहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए सपा इंडिया गठबंधन के सांसद कुंवर छोटेलाल खरवार, भाजपा के विधायक कैलाश आचार्य और कांग्रेस संगठन का प्रतिनिधिमंडल राम आधार जोसेफ के नेतृत्व में गांव का दौरा कर चुके हैं। नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस की कार्य शैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि पुलिस समय रहते सक्रिय होती, तो शायद आरोपी अब तक पकड़ा जा चुका होता।
मामले में एसपी डॉ. अनिल कुमार का कहना है कि मामले की जांच तेजी से चल रही है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। सभी टीमें अपने अपने काम में लगी हैं। जल्द ही आरोपी हिरासत में होंगे।
भीम आर्मी के नेतृत्व में गांव के लोग करेंगे आंदोलन
किशोरी की हत्या के बाद से पीड़ित परिवार तथा गांव के लोग सदमे में हैं और उनकी एकमात्र मांग है कि हत्या के आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष शैलेश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को गांव के बुजुर्गों और युवाओं ने मिलकर एक बैठक की और निर्णय लिया कि यदि पुलिस जल्द ही कार्रवाई नहीं करती, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। इस घटना ने पूरे गांव में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। हर कोई पुलिस की कार्रवाई का इंतजार कर रहा है, ताकि दोषी को सजा मिल सके और गांव में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके।
साथ ही यह कहा जा रहा है कि परिवार के लोग पुलिस की निष्क्रियता को देखकर भीम आर्मी के सांसद चंद्रशेखर आजाद को बुलाने की मांग कर रहे हैं।