नौगढ़ में बंदरों ने छात्र को दौड़ाया, छत से गिरने पर टूटा पैर, ट्रॉमा सेंटर के लिए किया गया रेफर 
 

 घटना के बाद साथियों ने एंबुलेंस सेवा न मिलने पर जितेंद्र को मेज पर लिटाकर पैदल ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ पहुंचाया और इलाके के लिए भर्ती कराया। हालात गंभीर होने पर डॉक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। 
 

बोर्ड की परीक्षा देने आए छात्र पर हमला

दायां पैर हुआ फैक्चर और सिर में लगी है चोट

हालत गंभीर होने पर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर 


नौगढ़ जिले के नौगढ़ कस्बे में बोर्ड की परीक्षा देने आए कक्षा 10 के छात्र को बंदरों ने दौड़ा लिया। छात्र अपनी जान बचाने के लिए भागा,  लेकिन पैर फिसलने से वह नीचे गिर कर बुरी तरह से गंभीर रूप से घायल हो गया। चिकित्सकों ने हालत गंभीर होने पर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर कर दिया है। 

कस्बा नौगढ़ में 16 वर्षीय जितेंद्र कुमार पुत्र सहदेव एक किराए का मकान लेकर राजकीय इंटर कॉलेज में बोर्ड का परीक्षा दे रहा था। बृहस्पतिवार को कॉलेज से आने के बाद सायंकाल जितेंद्र कुमार तीसरी मंजिल के छत पर फैलाए हुए कपड़े उतारने गया था, तभी छत पर बैठे बंदरों के झुंड ने उसे दौड़ा लिया। इससे वह डर गया और खुद को बचाने के लिए चीखते हुए भागा। इसी दौरान भागते हुए उसका पैर फिसला वह सिर के बाल छत से नीचे गिर गया। इससे उसका सर फट गया, मुंह में काफी चोटें आयीं हैं। साथ ही उसका दायां पैर भी फैक्चर हो गया।

 घटना के बाद साथियों ने एंबुलेंस सेवा न मिलने पर जितेंद्र को मेज पर लिटाकर पैदल ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ पहुंचाया और इलाके के लिए भर्ती कराया। हालात गंभीर होने पर डॉक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। 

वन विभाग बना हुआ है उदासीन
इलाके के लोगों का कहना है कि कस्बे में बंदरों का आतंक लंबे समय से चल रहा है। काफी दिनों से कस्बा में डेरा डाले 40- 50 बंदरों के उत्पात से लोग दहशत में हैं। आए दिन बंदर लोगों पर हमला कर देते हैं। छत पर सुखाने के लिए टांगे जाने वाले कपड़ों को भी फाड़ देते हैं। बच्चों का भोजन करना दुश्वार हो गया है। लोगों ने कई बार वन विभाग से बंदरों को पकड़वाने की मांग की। इसके बाद भी बंदरों को पकड़ने की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई। आए दिन बंदर बच्चों को दौड़ाते व काटते रहते हैं।