भुखमरी की आशंका से नौगढ़ के गरीब मजदूर, भयभीत

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील क्षेत्र जो कि काफी पिछड़ा इलाका है और यहां काफी लोग मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं। तथा उनके पास कोई जमीन नहीं है। और ना ही कोई स्थाई रोजगार है । जिससे गरीब मजदूर खाने-पीने की व्यवस्था कर सकें। बताते चले कि मजदूर भी कोरोना वायरस से भी
 

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चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील क्षेत्र जो कि काफी पिछड़ा इलाका है और यहां काफी लोग मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं। तथा उनके पास कोई जमीन नहीं है। और ना ही कोई स्थाई रोजगार है । जिससे गरीब मजदूर खाने-पीने की व्यवस्था कर सकें।

बताते चले कि  मजदूर भी कोरोना वायरस से भी भयभीत हैं। लेकिन खाने के लिए राशन का अभाव तथा लाक डाउन के कारण सभी काम भी बंद है। और यह अभी काफी समय तक रहेगा यह सोचकर भुखमरी की आशंका से मजदूरों में चिंता स्पष्ट रूप से देखने को मिल रही है। तथा वह भयभीत भी हैं। तथा काफी मजदूर परिवार समूहों से कर्ज लेकर अपना काम करते थे। और उसे नियमित जमा करते थे। लेकिन लाक डाउन होने के कारण उनका काम बंद हो गया है। पर कर्ज की वसूली के लिए समूहों के अधीकारी कर्मचारी उनके दरवाजे पर हाजिर होकर पैसे की मांग कर रहे हैं।

मजबूर होकर ऐसे गरीब मजदूरों को अपने घर की साइकिल जेवर आदि बेचकर पैसा जमा करने की बात सामने आ रही है। मुख्य रूप से विजय, प्रेम नाथ, हरीनारायण,बैजु, मुराली,बेचु, सुभाष, जयप्रकाश,रतन गौतम, बहादुर, ओमप्रकाश पांडे तथा इत्यादि लोग मायुस हैं।