बकाया भुगतान को लेकर DFO के खिलाफ नारेबाजी, आरपार की लड़ाई का कर दिया ऐलान  
 

इसके साथ ही कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के कार्यों का विवरण मुहैया कराकर उनके विनियमितीकरण करने या समान कार्य-समान वेतन दिए जाने के निर्देश पर भी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
 

दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का 7 माह से बकाया है वेतन

6 नवंबर तक भुगतान न होने पर  सात से शुरू होगा धरना

प्रदर्शन- प्रदेशाध्यक्ष की चेतावनी

चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके में 7 माह से वेतन न  मिलने से नाराज दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने आर पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने रविवार को कस्बा स्थित दुर्गा मंदिर के चबूतरे पर प्रदर्शन कर डीएफओ के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने 6 नवंबर तक भुगतान नहीं किए जाने पर सभी रेंजों में धरना व प्रदर्शन करने के साथ ही आन्दोलन करने की चेतावनी दी।

दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुरारी मौर्य ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी नियमित नहीं होने के कारण उनके काम के सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। हमेशा नौकरी जाने का संकठ बना  रहता है। अगर इनको रेगुलर कर दिया जाए तो यह संकट दूर हो जाएगा। ‌कर्मचारी संघ के  जिला संरक्षक रमाशंकर सिंह यादव ने कहा कि वर्दी, बिल्ला और कैश बुक आइटम संख्या सूचीबद्ध करने के लिए आयोग ने 17 मई 2019 को प्रमुख वन संरक्षक विभागाध्यक्ष एवं सचिव को निर्देश दिया है। बावजूद इसके कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है।

इसके साथ ही कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के कार्यों का विवरण मुहैया कराकर उनके विनियमितीकरण करने या समान कार्य-समान वेतन दिए जाने के निर्देश पर भी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

मौके पर मौजूद संघ के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने कहा कि दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को सात माह से भुगतान न होने से उनका परिवार भुखमरी के कगार पर है। इस दौरान मौके पर राम रतन चौहान, राजकुमार, द्वारिका मोदनवाल, कांता यादव, भोरिक यादव, मजीद, मुंशी , विनोद यादव, महेंद्र चौहान, बहादुर, निर्मला, बेचू प्रसाद, कैलाश, हसन, महेंद्र, बबुंदर रहे।