इसी दिन भूल गए थे हेलमेट लगाना, जल्दीबाजी में चली गयी जान
सांसद कार्यालय पहुंचने की जल्दीबाजी पड़ी महंगी
हेलमेट पहने होते तो बच सकती थी जान
श्रद्धांजलि देने उमड़ी लोगों की भीड़
कहते हैं कि काल कोई न कोई बहाना ढूढ लेता है। तभी तो हमेशा हेलमेट लगाने वाले रमेश केसरी पप्पू घटना के दिन जल्दीबाजी में हेलमेट लगाना भूल गए और सांसदजी के यहां से कामकाज निपटाकर जब लौट रहे थे, तभी रास्ते में एक्सीडेंट हो गया। हेलमेट न होने से सिर में अधिक चोट लगी और अत्याधिक रक्तस्राव से ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गयी।
बताया जा रहा रहा है कि बाघी गांव के बस्ती में एंबुलेंस से शव पहुंचने पर परिवार में कोहराम मच गया। मिलनसार और हंसमुख स्वभाव के धनी रहे पप्पू केशरी के अंतिम दर्शन को गांव की महिलाएं, पुरूष, नौजवान, बच्चे, वृद्ध बेताब दिखे। तड़के सुबह सोशल मीडिया पर सांसद प्रतिनिधि रहे रमेश उर्फ पप्पू केशरी के बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत की सूचना जब क्षेत्र के लोगों को मिली तो लोग अवाक रह गए।
सुबह जब पप्पू केसरी का शव घर पर पहुंचा तो उनकी पत्नी उर्मिला गश खाकर गिर पड़ी पड़ी। परिवार वाले उसे संभालते हुए नजर आए। उनके तीनो बेटे अरविंद केशरी उर्फ राजू, राजन केशरी, अजीत उर्फ बाबू का रो रो कर बुरा हाल था। गांव के लोग भी पप्पू की असमय मौत को किसी सदमे से कम नहीं मान रहे।
मिलनसार और हंसमुख थे पप्पू
कस्बा से निकली अंतिम यात्रा में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सुजीत सिंह उर्फ सुड्डू, एसडीएम अतुल कुमार, खंड विकास अधिकारी सुदामा यादव, जिला पंचायत सदस्य आजाद अंसारी, थाना प्रभारी अतुल प्रजापति, व्यापार मंडल अध्यक्ष सूरज केशरी, साधोशरण जायसवाल, जयप्रकाश सिंह उर्फ शेरू यादव, यशवंत सिंह यादव, जिलाजीत यादव, प्रभु नारायण जायसवाल, सुनील केसरी, अशोक यादव, अजय यादव उर्फ विक्की समेत काफी संख्या में लोग हमसफर हो गए।
जैसे जैसे काफिला आगे चलता रहा लोगों का कारवां भी बढ़ता गया। क्षेत्र के संभ्रांत नागरिक और प्रधान शोक जताते व अंतिम दर्शन के लिए सड़क के किनारे खड़े दिखे। अंतिम शव यात्रा में पुलिस व एक टुकड़ी पीएसी बल तैनात थी।