रोजगार सेवकों को चाहिए आईडी, नौगढ़ में ब्लॉक में हो रही समस्या
 

कुछ  रोजगार सेवक खंड विकास अधिकारी के ऊपर  यूजर पासवर्ड आईडी न देने का आरोप लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि आईजी न मिलने के कारण अपने कार्यों को सही ढंग से संपादित करने में असमर्थ हैं।
 

खंड विकास अधिकारी बोले- आईडी देने को तैयार

पहले अप्लीकेशन लेकर आएं रोजगार सेवक

मनगढ़ंत आरोप लगाने से कोई फायदा नहीं

आज मीटिंग में कोई नहीं मांगा आईडी 

 

चंदौली जिले के विकास खंड नौगढ़ में कार्यरत कुछ  रोजगार सेवक खंड विकास अधिकारी के ऊपर  यूजर पासवर्ड आईडी न देने का आरोप लगा रहे हैं और कह रहे हैं कि आईजी न मिलने के कारण अपने कार्यों को सही ढंग से संपादित करने में असमर्थ हैं। इस समस्या के कारण क्षेत्र में मनरेगा एवं अन्य सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन बाधित हो रहा है, जिससे गांव के लोगों को समय पर रोजगार नहीं मिल पा रहा है। वहीं बीडीओ साहब का कहना है कि इलाके में जिस भी  रोजगार सेवक को आईडी चाहिए वह अप्लीकेशन लेकर आए तत्काल उसकी समस्या दूर की जाएगी।


आपको बता दें कि रोजगार सेवकों का मुख्य कार्य मनरेगा और अन्य सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करना है। इन योजनाओं का लाभ जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए उन्हें संबंधित पोर्टल पर लॉगिन करना अनिवार्य होता है। लेकिन यूजर पासवर्ड आईडी के अभाव में वे पोर्टल पर लॉगिन नहीं कर पा रहे हैं। इससे योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित हो रहा है और इसका सीधा असर क्षेत्र के विकास कार्यों पर पड़ रहा है।

कहा जा रहा है कि रोजगार सेवक कई बार खंड विकास अधिकारी अमित कुमार से यूजर पासवर्ड आईडी प्रदान करने की मांग की है, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। इससे उनमें गहरा आक्रोश है और वे अपने कार्यों को सुचारू रूप से करने में असमर्थ हैं। वहीं खंड विकास अधिकारी कहते हैं कि सारे आरोप निराधार हैं, जो रोजगार सेवक आईडी मांग रहा है, उसका नाम उजागर होना चाहिए या उसे लिखकर अपनी मांग देनी चाहिए। चौराहों पर चर्चा करने या मीडिया से नाम गोपनीय रखकर आईडी मांगने पर समस्या का हल नहीं हो पाएगा। ऐसे में हम किसको आईडी देंगे।  

एक रोजगार सेवक ने बताया, "हमारे बिना यूजर पासवर्ड आईडी के हम योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं कर सकते। इससे क्षेत्र के विकास कार्य ठप पड़े हैं और ग्रामीण जनता को समय पर रोजगार नहीं मिल पा रहा है। यूजर पासवर्ड आईडी मांगने पर हम लोगों को उल्टे  संविदा समाप्त कर हटाने की  धमकी दी जा रही है। 

बीडीओ अमित कुमार ने कहा-


आज 22 रोजगार सेवकों की मीटिंग थी, जिसमें किसी ने आईडी की मांग नहीं की है। फिर भी सभी से अपील कर रहा हूं कि जिसको आईडी चाहिए वो लिखित अप्लीकेशन देकर आईडी ले सकता है। आईडी देने की प्रक्रिया है। उसको सबको पालन करना होगा। कभी किसी को आईडी देने से मना नहीं किया हूं। सारे आरोप निराधार हैं।