नौगढ़ में तहसीलदार ने दी अध्यापकों को नसीहत, बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि पैदा करें अध्यापक
 

तहसीलदार सुरेश चंद्र ने हमारा आंगन हमारे बच्चे उत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से होगा।
 

नौगढ़ में तहसीलदार ने दिया अध्यापकों को नसीहत

बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि पैदा करें अध्यापक
 


तहसीलदार सुरेश चंद्र ने हमारा आंगन हमारे बच्चे उत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से होगा। नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने तथा छोटे बच्चों को खिलौनों के माध्यम से ज्ञान शब्द अंक ज्ञान के बारे में बताना है।

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में  हमारा आंगन हमारे बच्चे उत्सव का आयोजन बीआरसी नौगढ़ के सभागार में आयोजित किया गया। इसमें अध्यापकों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पठन- पाठन के बेहतर तरीकों से अवगत कराया गया। तहसीलदार ने कहा कि उन्हें बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति का विकास करना होगा। सीखने से बच्चे चीजों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे।

आपको बता दें कि  हमारा आंगन हमारे बच्चे उत्सव में  मुख्य अतिथि तहसीलदार सुरेश चंद्र, बीइओ अवधेश नारायण सिंह ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 10+2 मॉडल को समाप्त करते हुए 5+3+3+4 फॉर्मेट लागू किया गया है। अब पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जाएगा।


 कहा कि नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ- साथ उनमें सीखने की प्रवृत्ति का विकास करना है। जब बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति का विकास होगा, तभी वे चीजों को बेहतर ढंग से सीख सकेंगे। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सभी बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण में अपना योगदान सुनिश्चित करें। 

बीइओ अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि छोटे बच्चों को खिलौनों व अन्य माध्यम से अक्षर ज्ञान शब्द ज्ञान, अंक ज्ञान आदि कराया जाना प्रस्तावित है। अध्यापकों और रेडीनेस प्रशिक्षण प्राप्त अध्यापकों से कहा कि प्रशिक्षण में जो भी बताया जा रहा है, उसके अनुसार बच्चों को शिक्षित किया जाए तो बच्चों को शिक्षा में रुचि पैदा करने में आसानी होगी। खेलकूद के माध्यम से बच्चों को शिक्षा के प्रति रुचि उत्पन्न करना इसका प्रमुख उद्देश्य है, जिससे वर्तमान समय में जो बच्चे किताबों से दूर भागने का प्रयास करते हैं, उन्हें किताबों से जोड़ा जा सकता है।

इस दौरान उत्सव का संचालन कंपोजिट विद्यालय धन कुंवारी कला के  प्रधानाध्यापक अरुण  यादव ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि तहसीलदार सुरेश चंद्र और आईसीडीएस की सुपरवाइजर मुन्नी देवी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रशिक्षकों, अध्यापकों के अलावा 71 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।