वन विभाग ने जंगल से वनतुलसिया की भूसी लादे दो ट्रैक्टरों को पकड़ा, भाग गए ट्रैक्टर चालक
दो के खिलाफ केस दर्ज कर ट्रैक्टर को किया सीज
वन उपज को चोरी करने का मामला
वन विभाग की कार्रवाई से मचा है हड़कंप
चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके में उप प्रभागीय वनधिकारी मनीष सिंह के निर्देश पर वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने ललटेना प्रजाति की झाड़ियों व हरे- हरे पेड़ों को काटकर बनाए गए भूसी को लादे दो ट्रैक्टर को पकड़ा है। उप प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह के द्वारा वन अपराध में शामिल दो अभियुक्तों के विरुद्ध केस दर्ज कराने के बाद ट्रैक्टरों को सीज करने की कार्यवाही की गई है।
काशी वन्यजीव प्रभाग रामनगर के अंतर्गत जयमोहनी रेंज में वन विभाग की टीम ने सोमवार की रात जंगल में कोरइया के हरे पौधों तथा ललटेना प्रजाति की झाड़ियों को काटने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान वनतुलसिया प्रजाति के झाड़ियों को काटकर बनाई गई भूसी से लदी दो ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़कर रेंज कार्यालय ले आए। फरार हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए मुखबिर के जरिए वन विभाग की टीम के द्वारा तलाश की जा रही है।
बताते चलें कि वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन के निर्देशन में वन दरोगा ओंकार नाथ शुक्ला के नेतृत्व में वन विभाग की टीम रात्रि गश्त पर थी। इस दौरान वन क्षेत्र अमदहां कंपार्टमेंट जयमोहनी पोस्ता पश्चिमी वीट से संगठित लोगों के द्वारा ललटेना प्रजाति की झाड़ियां और कोरइया के हरे -हरे पौधों को काटने की सूचना मिली। छापेमारी के दौरान रात जंगल में ट्रैक्टर चलने की आवाज सुनाई पड़ी। वन विभाग की टीम को देखते ही मौके से ट्रैक्टर लेकर वाहन चालक भागने लगा। जिसे वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर जयमोहनी पोस्ता वन चौकी के पास पकड़ लिया।
नौगढ़ मधुपुर मार्ग पर भूसी से लदी दो ट्रैक्टर और अन्य संसाधन जब्त किए गए। वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने बताया कि भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26/52 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही बिना नंबर प्लेट की आयसर ट्रैक्टर व पावर टैक ट्रैक्टर युपी 64 एडी 5829 की सीजर रिपोर्ट डीएफओ कार्यालय को प्रेषित की जा चुकी है।
इस अभियान में वन दरोगा ओंकार नाथ शुक्ला के अलावा वनरक्षकों में चंद्रशेखर यादव, निर्भय सिंह, मनीष गुप्ता समेत अन्य कर्मचारी शामिल थे।
ललटेना की झाड़ियों से बनता है भूसी
गौरतलब है कि ललटेना की झाड़ियों की कटिंग करके ईट भट्ठा में जलाने के प्रयोग में लाया जाता है। यहां जंगल से लकड़ी को सोनभद्र मिर्जापुर और चंदौली की ईट भट्टों पर भेजे जाने की सूचना अधिकारियों को दी गई थी। इसी के बाद विभाग ने यह कार्रवाई की है।