ऐसे लोगों से कैसे निपटेंगे DM साहब : उल्टे चोर कोतवाल फंसाए, देखिए महिला की नौटंकी

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिला खुद ही पुरानी साड़ियां और सामान आग में डालती है और हंगामा खड़ा करती है। और फिर सीखते हुए टीम को दौड़ाने लगती है।
 

चंदौली समाचार पर देखिए वीडियो

पीड़ित बनने का खेला जा रहा है खेल

जंगल खाली कराने पहुंचे वनकर्मियों को फंसाने की साजिश

गांव की महिला ने अपने घर में लगाई आग

टीम के सामने शुरू कर दिया हंगामा

वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में आरक्षित वन भूमि में वर्षों से हो रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही अब अतिक्रमणकारियों के नाटक और हमलावर रणनीति के चलते जोखिमभरी होती जा रही है। मंगलवार की सुबह नौगढ़ तहसील क्षेत्र के जैमोंहनी रेंज के अंतर्गत सेहुआ वीट के अमदहां वन ब्लॉक 2 में जब वन विभाग की टीम पुराने कुएं को जेसीबी से पाटने पहुंची, तो वहां मौजूद व्यक्ति प्रताप और उसके बेटे जगदीश ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत टीम को बदनाम करने और फंसाने की कोशिश की।

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प्रत्यक्षदर्शियों और सामने आए वीडियो फुटेज के अनुसार, प्रताप की पत्नी नगवंती ने अपने ही घर में आग लगा दी और फिर शोर मचाते हुए टीम पर आरोप लगाने लगी। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिला खुद ही पुरानी साड़ियां और सामान आग में डालती है और हंगामा खड़ा करती है। और फिर सीखते हुए टीम को दौड़ाने लगती है। इस दौरान वनकर्मियों को खुद को बचाकर वहां से पीछे हटना पड़ा।

 वनरक्षक धर्मवीर सिंह द्वारा इस पूरे मामले की जानकारी थाना पुलिस को दी गई और आरोपित प्रताप, जगदीश और उसकी पत्नी के विरुद्ध तहरीर सौंपी गई है। वन क्षेत्राधिकारी जैमोहनी मकसूद हुसैन ने चंदौली समाचार को बताया कि टीम वहां पुराने कुएं को जेसीबी से ध्वस्त कर पाटने की वैधानिक कार्यवाही कर रही थी, इस दौरान यह नाटक रचा गया, जो विभागीय काम में बाधा डालने और भ्रम फैलाने की साजिश है।

 फंसेंगे तो वन रक्षक अभियान से हटेंगे पीछे 
 वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने कहा कि  अगर हर अभियान में फर्जी आरोप, नाटक और डराने की रणनीति अपनाई जाती रही तो इससे स्टाफ का मनोबल ही नहीं टूटेगा बल्कि वन संपदा की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाएगी। ऐसे अभियानों में प्रशासन और पुलिस की प्रभावी उपस्थिति अब अनिवार्य हो गई है।

क्या कहती हैं तस्वीरें और वीडियो?
घटनास्थल से प्राप्त वीडियो और तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि महिला घर में खुद ही आग लगाती है और फिर रोते-चिल्लाते हुए वनकर्मियों को दौड़ाते हुए पकड़ रही है और दोषी ठहराती है।  इससे पहले भी इसी क्षेत्र में कुछ लोग वन भूमि पर कब्ज़ा कर निर्माण, खेती और बोरिंग कर चुके हैं। अब जब प्रशासनिक कार्रवाई तेज हुई तो पीड़ित बनने का खेल शुरू कर दिया गया है।

वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन बोले-
 अतिक्रमण हटाना कानूनी जिम्मेदारी है, और यदि वनकर्मियों को धमका कर, फंसाकर रोका जाएगा, तो जंगल बचेगा कैसे। शासन-प्रशासन को ऐसे मामलों में कड़ा संदेश देना  होगा कि सच्चाई छिपाने के लिए किया गया कोई भी ‘ड्रामा’ अब नहीं चलेगा।