एक साल की कानूनी लड़ाई के बाद ग्राम प्रधान बनीं आफरीन बानो, उपजिलाधिकारी का आया फैसला
मलोखर के ग्राम प्रधान की मतगणना में हेराफेरी
जांच पड़ताल के बाद जमीला बानो का निर्वाचन रद्द
आफरीन बानो को घोषित किया गया विजेता
कहते हैं कि न्याय व सच्चाई की लड़ाई में देरी होती है, लेकिन जीत जरूर होती है। कुछ ऐसा ही एक महिला ग्राम प्रधान के साथ हुआ है जिसने मतगणना में धांधली के लिए लगभग एक साल से अधिक समय तक मुकदमा लड़ा। लड़ाई लंबी चली लेकिन अंत में सत्य की हो गयी और उसे सोमवार को नया ग्राम प्रधान घोषित कर दिया गया।
चंदौली जिले के नियामताबाद विकास खंड के मुहम्मदपुर (मलोखर) गांव के ग्राम प्रधान पद पर पीडीडीयू नगर एसडीएम ने सोमवार को मतगणना को चुनौती देने वाली आफरीन बानो को दोबारा हुई मतगणना के बाद 14 मतों से विजयी घोषित करते हुए पुराने ग्राम प्रधान का निर्वाचन रद्द कर दिया है।
कहा जा रहा है कि उपजिलाधिकारी ने मामले में निवर्तमान प्रधान जमीला बानो का निर्वाचन निरस्त करते हुए आदेश की प्रति संबंधित विभागों को भेजने का आदेश दिया है। ताकि नए ग्राम प्रधान को काम करने का मौका मिल सके।
आपको बता दें कि पिछले वर्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुहम्मदपुर (मलोखर) के ग्राम प्रधान पद की उपविजेता आफरीन बानो ने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए पीडीडीयू नगर एसडीएम न्यायालय में पुनर्मतगणना का वाद दाखिल किया था। इस पर सुनवाई के बादए सडीएम ने पुनर्मतगणना के लिए 23 सितंबर 2021 की तिथि तय की थी। उसी दिन करीब पांच बजे तत्कालीन तहसीलदार आनंद कुमार कन्नौजिया की देखरेख में पुनर्मत गणना शुरू हुई जो करीब साढ़े आठ बजे तक चली। हालांकि तकनीकी कारणों से परिणाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई।
बताया जा रहा है कि पुनर्मतगणना में 15 मतों पर आपत्ति दर्ज कराई गई थी। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी पूरे समय तक होती रही। इसी वाद की सुनवाई करते हुए एसडीएम ने पाया कि मतगणना में अनियमितता की गई थी। चुनाव में आफरीन बानो को 275 व जमीला बानो को 261 वैध मत मिले थे। इस प्रकार जमीला बानो का निर्वाचन निरस्त करते हुए एसडीएम मनोज कुमार पाठक ने आफरीन बानों को नया ग्राम प्रधान घोषित कर दिया।
इसके साथ ही साथ उक्त आदेश की प्रति जिला पंचायत राज अधिकारी, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचस्थानीय), खंड विकास अधिकारी नियामताबाद को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दी है, ताकि नए ग्राम प्रधान को कार्यभार ग्रहण कराया जा सके।