मछली के चक्कर में बुरे फंसे प्रधानजी, उपजिलाधिकारी की कार्रवाई पर उठा रहे हैं सवाल

 

जानिए किस आरोप में फंस गए हैं ओयरचक के प्रधान

6 लोगों के खिलाफ दर्ज हो गया है मुकदमा

राजनीतिक दबाव व कनेक्शन की चर्चा से गरमा रहा माहौल

चंदौली जिले के बरहनी विकासखंड के ओयरचक गांव के प्रधान जयशंकर सिंह समेत छह लोगों के खिलाफ सार्वजनिक तालाब से मछली मारकर बाजार में बेचने के साथ-साथ सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान का मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके बाद से गांव में राजनीतिक माहौल गरमा गया है और ग्राम प्रधान ने राजनेताओं के दबाव पर इस तरह की कार्यवाही किए जाने का आरोप लगाया है।

 इस मामले में बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय लेखपाल कानूनगो और तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर यह पता चला है कि गांव के कुछ लोगों ने खाने के लिए मछली मारा था। इसके बाद किसी कारण से उपजिलाधिकारी अविनाश कुमार द्वारा प्रधान सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। इसको लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।

दीपक सिंह के अप्लीकेशन पर कार्रवाई

 जानकारी के अनुसार सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले ओयरचक गांव में सार्वजनिक तालाब में मत्स्य पालन के लिए ठेके व टेंडर की अवधि समाप्त होने के बाद कुछ लोगों के द्वारा तालाब की मछली को खाने के लिए मारने का प्रयास किया था, लेकिन इस मामले में सदर के उप जिलाधिकारी द्वारा उक्त तालाब की मछली को मारकर बाजार में बेचने और उससे मिली धनराशि को पंचायत की निधि में जमा करा देने का आदेश दिया गया था।  इसी दौरान वह गांव के रहने वाले दीपक सिंह के एक प्रार्थना पत्र पर ग्राम प्रधान जयशंकर समेत अन्य लोगों के खिलाफ एक आरोप लगाया गया है, जिसमें तालाब से मछली निकालकर बाजार में बेंचने का आरोप लगा है।

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उपजिलाधिकारी के आदेश पर सवालिया निशान

गांव के लोगों का कहना है कि अगर मामले में इलाके लेखपाल पंचानन त्रिगुण और कानूनगो मुनीब प्रसाद के साथ-साथ सदर तहसीलदार के द्वारा दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि ओयरचक गांव के कुछ लोग खाने के लिए मछली पकड़ कर ले गए थे। इसके बाद जब इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गांव के लोगों को खदेड़ दिया था। लेकिन इस मामले में उप जिलाधिकारी ने कंदवा थाने के प्रभारी को आदेश जारी कर के ग्राम प्रधान जयशंकर सिंह समेत अन्य लोगों को इसके लिए उकसाने का दोषी मानते हुए मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।

क्या कह रहे हैं प्रधानजी

 बताया जा रहा है कि इस मामले में दीपक सिंह की तहरीर पर ग्राम प्रधान जय शंकर सिंह, राजेश, दीपक, राहुल, रोहित, अनु और एक अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में आरोपी बनाए गए ग्राम प्रधान जयशंकर सिंह का कहना है कि उनके ऊपर बड़े राजनीतिक दबाव के चलते मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। जिस समय यह घटना हुई थी उस समय वह जिला अस्पताल में भर्ती अपनी पत्नी को देखने के लिए गए थे। ऐसे में उनके ऊपर की गई शिकायत गलत है।