ग्राम पंचायतों में स्थापित होगा आटोमेटिक मौसम स्टेशन, ये होगी खेतीबारी करने वाले किसानों को सुविधा
 

जिले में अब गांव के लोगों को भी आने वाले मौसम की सटीक जानकारी पहले से मिल सकेगी। इससे उन्हें कृषि कार्यों में लाभ मिलेगा। इसके लिए शासन के निर्देश पर ग्राम पंचायतों में आटोमेटिक मौसम स्टेशन (एडब्ल्यूएस) स्थापित किए जाएंगे।
 

ये सरकार का प्लान

जिले के हर विकासखंड होगा स्टेशन

 ग्राम पंचायतों में स्थापित करने की योजना

किसानों को मिलेगी पल-पल की जानकारी

 

चंदौली जिले में अब गांव के लोगों को भी आने वाले मौसम की सटीक जानकारी पहले से मिल सकेगी। इससे उन्हें कृषि कार्यों में लाभ मिलेगा। इसके लिए शासन के निर्देश पर ग्राम पंचायतों में आटोमेटिक मौसम स्टेशन (एडब्ल्यूएस) स्थापित किए जाएंगे। पहले चरण में यह कार्य विकास खंड स्तर पर किया जाएगा। इसके बाद ग्राम पंचायतों तक पहुंच बनाई जाएगी।

बताते चले कि मौसम सूचना नेटवर्क डाटा सिस्टम के तहत विकास खंडों और ग्राम पंचायतों में मौसम स्टेशन की स्थापना का निर्णय लिया गया है। इसके लिए शासन को जानकारी भेजने के बाद इस योजना पर काम भी शुरू करा दिया जाएगा। पहले चरण में सभी विकास खंड स्तर पर नौ स्थान चयनित किए गए हैं। यहां स्टेशन बनाए जाएंगे। प्रत्येक स्टेशन पर लगभग एक लाख 25 हजार रुपये खर्च किया जाना है। वही ग्राम पंचायतों में प्रधान व सचिव स्थान का चयन करेंगे।


पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत फसल के नुकसान के आकलन में मौसम स्टेशन से तापमान, वर्षा, हवा की रफ्तार, आद्रता की मदद ली जाती है, लेकिन मौसम स्टेशन न होने से समस्या आती है। प्रत्येक विकास खंड और ग्राम पंचायत पर इनके बनने से सभी तरह की मौसम संबंधी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। इसके अलावा मौसम संबंधी सूचनाओं से फसलों की बोआई, कटाई आदि कार्यों में किसानों को सहूलियत मिलेगी। कृषि विभाग समय रहते वर्षा, आंधी आदि के अलर्ट किसानों को जारी कर सकेगा। इससे किसान सतर्क हो जाएंगे।

इस संबंध में अपर जिलाधिकारी अभय कुमार का कहना है कि शासन से निर्देश मिले है। पहले चरण में ब्लाक स्तर पर स्थानों का चयन कर सूची भेज दी गई है। पहले यहां मौसम स्टेशन बनेंगे। इसके बाद दूसरे चरण में ग्राम पंचायत स्तर पर कार्य होगा।