नौगढ़ की बाघी पंचायत में महिला प्रधान नीलम ओहरी हर दिन 5 घंटे बैठकर सुनने लगी हैं फरियाद 
 

महिला प्रधान नीलम ओहरी ने जोर देकर कहा कि प्रधान मैं हूं, तो जिम्मेदारी भी मेरी है। दूसरे के भरोसे गांव क्यों छोड़ दूं? जनता ने मुझे चुना है, इसलिए जनता की सेवा भी मैं ही करूंगी।
 

पंचायत चुनाव के पहले माहौल बनाने की पहल

CSC सेंटर से ही मिलेगा आय, जाति, निवास व मृत्यु प्रमाणपत्र

दूसरे गांवों के लोग भी कर सकेंगे आवेदन

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में बाघी ग्राम पंचायत इन दिनों चर्चा में है। जहां अधिकांश पंचायतों में महिला प्रधान की जगह उनके पति या देवर कामकाज संभालते दिखते हैं, वहीं यहां की प्रधान नीलम ओहरी ने मिसाल कायम की है। उन्होंने न केवल खुद ग्रामीणों की समस्याएं सीधे सुननी शुरू की हैं, बल्कि CSC से ही प्रमाणपत्र जारी करने और पेंशन आवेदन जैसी सरकारी सेवाओं की शुरुआत कर दी है।

पंचायत भवन में दिनभर जनता दरबार

बृहस्पतिवार को सुबह से शाम 4 बजे तक पंचायत भवन में नीलम ओहरी ने खुद कुर्सी संभाली और ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं। साथ ही उन्होंने पंचायत बाघी के  व्हाट्सएप ग्रुप पर भी संदेश दिया कि जो लोग पंचायत भवन तक नहीं आ सकते, वे अपनी समस्या WhatsApp पर भी भेज सकते हैं। इससे ग्रामीणों में खासा उत्साह देखने को मिला और पंचायत भवन में दिन  लोग आते जाते दिखे 

दूसरे गांव लोगों को भी मिलेगा लाभ 
प्रधान नीलम ओहरी ने कहा कि सिर्फ बाघी पंचायत ही नहीं, बल्कि आसपास के अन्य गांवों के लोग भी यहां आकर सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। चाहे ऑनलाइन आवेदन करना हो या प्रमाणपत्र बनवाना, हर ग्रामीण को बराबर सुविधा दी जाएगी। उन्होंने  कहा कि 
“यह पंचायत हर किसी के लिए खुला है। यहां किसी तरह का भेदभाव नहीं होगा और किसी से मनमानी वसूली भी नहीं की जाएगी।”

पंचायत में ही बनेंगे प्रमाणपत्र और पेंशन आवेदन ....

गांव के लोगों को अब शहर और तहसील के चक्कर नहीं काटने होंगे। आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र पंचायत से ही बनेगा, शुल्क ₹30 रहेगा। मृत्यु प्रमाण पत्र भी यहीं बनेगा और इसके लिए भी ₹30 शुल्क देना होगा। पेंशन के पात्र अभ्यर्थी पंचायत भवन से ही आवेदन कर सकेंगे। इन सभी सेवाओं की जिम्मेदारी पंचायत सहायक अंजलि केशरी संभाल रही हैं और ग्रामीणों से कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा।

“प्रधान मैं हूं, दूसरे के भरोसे गांव क्यों छोड़ दूं”

महिला प्रधान नीलम ओहरी ने जोर देकर कहा कि प्रधान मैं हूं, तो जिम्मेदारी भी मेरी है। दूसरे के भरोसे गांव क्यों छोड़ दूं? जनता ने मुझे चुना है, इसलिए जनता की सेवा भी मैं ही करूंगी। उनके इस तेवर भरे बयान से ग्रामीणों का मनोबल बढ़ा है और महिलाएं भी अपनी व्यथा खुलकर बताने लगी हैं।

जनता को क्या-क्या मिल रही है सुविधा .....

  • कुटुंब रजिस्टर की नकल अब CSC सेंटर पर मुफ्त मिलेगी।
  • बस्ती में हैंडपंप खराब होने पर शिकायत पंचायत भवन या बीडीओ कार्यालय में दें।
  • शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर मिस्त्री मौके पर पहुंचकर मरम्मत करेगा।
  • सभी शिकायतों का रिकॉर्ड ऑनलाइन और रजिस्टर दोनों में दर्ज किया जाएगा।
  • ग्रामीणों में खुशी और सोशल मीडिया पर चर्चा

गांव के लोगों ने कहा कि पहली बार कोई प्रधान पूरे दिन  CSC कक्ष में बैठकर सीधे शिकायतें सुन रही है। इस दौरान बस्ती से आई महिलाओं ने अपनी व्यथा खुलकर बताई। सोशल मीडिया पर भी इस पहल की चर्चा है। लोग इसे चंदौली जिले में महिला नेतृत्व, पारदर्शिता और ग्रामीण सशक्तिकरण का नया मॉडल बता रहे हैं।