गांव के शौचालयों की जांच में खुली पोल, शिकायत मिलने पर बीडीओ ने की जांच
खंड विकास अधिकारी रविंद्र प्रताप यादव के नेतृत्व में जांच
जांच में दस शौचालय अपूर्ण और पांच अर्धनिर्मित
मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों का निरीक्षण
अन्य विकास कार्यों में भी बड़े पैमाने पर धांधली
चंदौली जिले के पचफेड़िया गांव में विभिन्न विकास कार्यों को लेकर मिली खामियों की शिकायत पर डीएम ईशा दुहन के निर्देश पर सोमवार को खंड विकास अधिकारी रविंद्र प्रताप यादव के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम ने गांव पहुंची। कई कार्यों में कई अनियमितताएं मिलीं। जांच में दस शौचालय अपूर्ण और पांच अर्धनिर्मित मिले।
पचफेड़िया गांव निवासी महेंद्र सिंह सहित गांव के अन्य लोगों द्वारा किया गया शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत में शौचालय, मनरेगा सहित तमाम विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। जिसको लेकर जांच में जुटे खंड विकास अधिकारी के अलावा पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रत्नेश सिंह, जेई राजपथ की टीम पचफेड़ियां गांव पहुंची।शिकायत के आधार पर मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में मनरेगा के तहत हुए कार्यों के दो बोर्ड टूटे पाए गए। शौचालय जांच में 10 शौचालयों का निर्माण अपूर्ण पाया गया। पांच शौचालय अर्ध निर्मित होने के साथ गुणवत्ता विहीन पाए गए और शौचालयों का उपयोग भी नहीं होना पाया गया। अन्य विकास कार्यों में भी बड़े पैमाने पर धांधली मिली।
शिकायत करते हुए ग्रामीणों का आरोप था कि ग्राम प्रधान ने बड़े पैमाने पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि पचफेड़िया ग्राम पंचायत के विकास कार्यों की जांच इसके पूर्व जिला विकास अधिकारी और परियोजना अधिकारी की टीम ने भी किया था।