अबकी बार चुनाव में चपरासी को मिली बाबुओं से बड़ी जिम्मेदारी, बनाए गए मतदान अधिकारी

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के विभिन्न कार्यालयों में चपरासी पद पर कार्यरत कई कर्मचारियों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान अधिकारी प्रथम की जिम्मेदारी दे दी गई है। यानि कि मतदान केंद्र में मतदाता की पहचान सुनिश्चित किये जाने से लेकर मत प्रतिशत बताने की जिम्मेदारी उनपर होगी। वहीं दूसरी तरफ कार्यालयों में कार्यरत बाबूओं को मतदान
 

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चंदौली जिले के विभिन्न कार्यालयों में चपरासी पद पर कार्यरत कई कर्मचारियों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान अधिकारी प्रथम की जिम्मेदारी दे दी गई है। यानि कि मतदान केंद्र में मतदाता की पहचान सुनिश्चित किये जाने से लेकर मत प्रतिशत बताने की जिम्मेदारी उनपर होगी।

वहीं दूसरी तरफ कार्यालयों में कार्यरत बाबूओं को मतदान अधिकारी तृतीय बनाया गया है। जो मतदाता को मतदान पेटिका तक भेजने के साथ मत पेटिका की जिम्मेदारी देखेंगे। कम्प्यूटर में फीड ग्रे पेड के चलते यह गड़बड़ी हुई है।

चुनावों के समय मतदान को सकुशल संपन्न कराने के लिए सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। इसमें पद के अनुसार जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाये जाने के साथ मतदान केंद्र पर पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय व तृतीय बनाया जाता है।

इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें सरकारी कार्यालय में कई चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को मतदान अधिकारी प्रथम की जिम्मेदारी दे दी गई है।

वहीं कार्यालय में तैनात कई बाबूओं को मतदान अधिकारी तृतीय बना दिया गया है। चुनाव में ड्यूटी लगाये जाने में हुई गड़बड़ी सरकारी कार्यालयों में चर्चा का विषय बनीं हुई है। वहीं चपरासी पद पर कार्यरत लोग बड़ी जिम्मेदारी निभाने को लेकर काफी चिंतित है।