CDO का मीटिंग में बड़ा एक्शन, 3 ग्राम पंचायत सचिवों पर गिरी गाज
चंदौली में ग्राम्य विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
लापरवाही पर तीन ग्राम सचिवों के खिलाफ कार्रवाई
मीटिंग व फील्ड में नैतिक जिम्मेदारी निभाने की सलाह
चंदौली जिले में कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साईं की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की गई और कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई भी की गई।
योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर दिया गया जोर
मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं तभी सफल होंगी, जब उनका विस्तृत प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों तक योजनाओं की जानकारी नहीं पहुंच पाना, विभागीय कार्य प्रणाली की बड़ी खामी को दर्शाता है। “जानकारी का अभाव यानी आपकी रुचि का अभाव,” यह कहते हुए सीडीओ ने अधिकारियों को कार्य के प्रति निष्ठा और सक्रियता बरतने का निर्देश दिया।
शासन की मंशा के अनुरूप नवाचार पर बल
सीडीओ आर. जगत साईं ने निर्देशित किया कि हर विकास खंड में योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को नवाचार अपनाने को कहा ताकि योजनाओं की गुणवत्ता में सुधार हो और अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।
तीन ग्राम सचिवों पर कार्रवाई, वेतन रोका गया
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने कार्य में लापरवाही बरतने पर तीन ग्राम सचिवों—देवेंद्र कुमार भारती, आलोक कुमार मिश्र और आर. बी. यादव—का वेतन रोकने का आदेश जारी किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजनाओं की अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भविष्य में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नैतिक जिम्मेदारी निभाने की अपील
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी उपस्थित अधिकारियों को नैतिक जिम्मेदारी निभाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम विकास अधिकारी और पंचायत सचिव यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक समय से पहुंचे। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही की कोई भी घटना अक्षम्य मानी जाएगी और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी रहे मौजूद
इस समीक्षा बैठक में ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, खंड विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, उपायुक्त श्रम रोजगार, उपायुक्त स्व-रोजगार, और जिला पंचायत राज अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में योजनाओं को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण रूप से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
चंदौली प्रशासन द्वारा की गई यह समीक्षा बैठक न सिर्फ योजनाओं की समीक्षा तक सीमित रही, बल्कि कार्यक्षमता बढ़ाने और जवाबदेही तय करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम रही।