पंचायत चुनाव 2026: पूरा विजई गांव में वोटर लिस्ट पर घमासान, ग्रामीणों ने BLO पर लगाया वोट काटने का आरोप

चंदौली के सकलडीहा में पंचायत चुनाव से पहले ही सियासी पारा चढ़ गया है। पूरा विजई गांव के ग्रामीणों ने बीएलओ पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। आरोप है कि प्रधान के इशारे पर विरोधियों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं।
 

बीएलओ पर गंभीर पक्षपात के आरोप

एसडीएम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

वोटर लिस्ट में भारी अनियमितता का दावा

प्रधान के समर्थकों के नाम जोड़े गए

एसडीएम ने दिए जांच के आदेश

चंदौली जनपद अंतर्गत सकलडीहा तहसील के पूरा विजई गांव में आगामी पंचायत चुनाव से पहले ही मतदाता सूची को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) पर गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि बीएलओ ने वर्तमान ग्राम प्रधान की शह पर मतदाता सूची में भारी अनियमितताएं की हैं। आरोप है कि चुनावी लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से प्रधान के समर्थकों के नाम तो धड़ल्ले से जोड़े गए हैं, लेकिन विपक्षी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के नाम जानबूझकर सूची से हटा दिए गए हैं। इस पक्षपातपूर्ण कार्रवाई से गांव में भारी रोष व्याप्त है।

एसडीएम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी
प्रशासनिक उपेक्षा से नाराज दर्जनों ग्रामीणों ने गुरुवार को सकलडीहा तहसील मुख्यालय पहुंचकर उप जिलाधिकारी (एसडीएम) कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन और बीएलओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण महापर्व 'पंचायत चुनाव' में निष्पक्षता का होना अनिवार्य है, लेकिन जिस प्रकार से वोटर लिस्ट में हेराफेरी की जा रही है, उससे चुनाव की पारदर्शिता पर गंभीर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इससे पहले भी कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई न होने पर उन्हें मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ा।

वोटर लिस्ट से नाम कटने की शिकायत लेकर सकलडीहा तहसील पहुंचे लोग

एसडीएम का आश्वासन: दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
मामले की गंभीरता और ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम सकलडीहा कुंदन राज कपूर ने स्वयं ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने प्रदर्शनकारियों की शिकायतों को गंभीरता से सुना और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिया। एसडीएम ने स्पष्ट किया कि यदि जांच के दौरान बीएलओ या अन्य किसी कर्मचारी की संलिप्तता पक्षपातपूर्ण पाई जाती है, तो उनके विरुद्ध विभागीय और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम सूची से हटने नहीं दिया जाएगा और मतदाता सूची को पूरी तरह त्रुटिहीन बनाया जाएगा।

निष्पक्ष चुनाव के लिए ग्रामीणों की चेतावनी
उप जिलाधिकारी के कड़े रुख और आश्वासन के बाद फिलहाल ग्रामीण शांत हो गए हैं, लेकिन उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही संशोधित और निष्पक्ष मतदाता सूची तैयार नहीं की गई, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने मांग की है कि जांच टीम गांव में घर-घर जाकर भौतिक सत्यापन करे ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। प्रशासन ने फिलहाल मामले की जांच शुरू कर दी है, जिससे गांव में चुनावी सरगर्मियां और तेज हो गई हैं।