अपने अंदाज में विकास की गंगा बहाना चाह रहे हैं छत्रबलि सिंह, दे रहे सदस्यों को यह ऑफर

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर तस्वीर धीरे-धीरे साफ होने लगी है साहब सिंह के बहुजन समाज पार्टी छोड़ने और जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की ख्वाहिश को देखते हुए चंदौली जिले के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अपने खासमखास
 

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

चंदौली जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर तस्वीर धीरे-धीरे साफ होने लगी है साहब सिंह के बहुजन समाज पार्टी छोड़ने और जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की ख्वाहिश को देखते हुए चंदौली जिले के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अपने खासमखास को सौंपने का ख्वाब देख रहे छत्रबली सिंह ने साफ कर दिया है कि वह भी जिला पंचायत अध्यक्ष की लड़ाई में ताल ठोकेंगे। वह अपने खासमखास दीनानाथ शर्मा को अध्यक्ष पद पर निर्वाचित कराने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे।

छत्रबलि सिंह ने इस बात का इशारा करते हुए कहा कि वह आगामी महीने में होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में दीनानाथ शर्मा का समर्थन करने का मन बना चुके हैं। इसके साथ ही साथ वह जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचित लोगों से अपील कर रहे हैं कि सारे लोग दलगत और जातिगत भावना से ऊपर उठकर एक साथ आए और उनके प्रत्याशी को विजयी बनाएं।

आपको बता दें कि चंदौली जिले के सकलडीहा ब्लाक के सेक्टर 5 से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जिला पंचायत सदस्य बने साहब सिंह अब भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी भी उन्हें अपने खेमे में लाकर अपनी जीत को सुनिश्चित करना चाह रही है। इसके साथ ही साथ वह आगामी चुनाव में कुशवाहा बिरादरी के वोटों पर नजर गड़ाए हुए हैं।

साहब सिंह भारतीय जनता पार्टी के विधायक अनिल मौर्या के रिश्तेदार बताए जाते हैं और उनको चंदौली जिले के भी एक भाजपा विधायक का वरदहस्त प्राप्त है। साथ ही साथ भाजपा संगठन के कुछ लोग भी उन्हें प्रमोट करके जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाना चाह रहे हैं, ताकि कुर्सी मिलने के बाद वह उनका अपने अंदाज में उपयोग कर सकें और करोड़ों रुपए के बजट को अपने हिसाब से खर्च कराने की योजना बना सकें।

वहीं पिछले दो कार्यकाल में जिला पंचायत अध्यक्ष के तमाम सुख-सुविधाओं के साथ-साथ लंबे चौड़े बजट का सुख भोग चुके छत्रबली सिंह और उनके परिवार के लोगों की मंशा है कि एक बार फिर से जिला पंचायत की कुर्सी उनके किसी खासमखास को मिल जाए। इसीलिए वह एक सोची-समझी रणनीति के तहत अपने एक शागिर्द दीनानाथ शर्मा को सुरक्षित समझी जा रही सीट से चुनाव लड़ाया और जीत भी दर्ज कराई है, ताकि उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में उतार कर एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अपने पाले में की जा सके। इसके लिए वह मतगणना के बाद से ही जिला पंचायत सदस्यों के दरवाजे की चक्कर लगा रहे हैं। साथ ही साथ गुपचुप बैठकों का दौर भी जारी है।

छत्रबलि सिंह का दावा है कि वह चंदौली जिले में विकास की गंगा को बनाए रखने के लिए एक बार फिर चुनाव मैदान में अपने समर्थक को उतार रहे हैं और जिला पंचायत के सभी सदस्यों से आग्रह कह रहे हैं कि वह एक मंच पर आएं और सही उम्मीदवार का चयन करें, ताकि उसी तरह से जनपद चंदौली का विकास होता रहे जैसे पिछले दो कार्यकालों में उनके निर्देश पर हुआ है। यह उनके चुनाव में जाने का एजेंडा है और इसी के जरिए वह जीत का दावा कर रहे हैं।