बाल विवाह की रोकथाम के लिए ग्राम प्रधान ने ली शपथ, अभिभावकों को भी दिलायी शपथ

सबने कहा कि कम उम्र की शादी एक सामाजिक बुराई और कानूनन अपराध है। हम लोग प्रण करते हैं कि इनकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।  अपने ग्राम पंचायत को बाल विवाह मुक्त बनाएंगा।
 

बच्चों को पढ़ने पढ़ाने की उम्र में न करें विवाह

बाल विवाह को मुन्ना भास्कर ने बताया जुर्म

संस्था ग्राम प्रधान मुन्ना भास्कर को संस्था ने किया सम्मानित

चंदौली जिले के शहाबगंज विकास क्षेत्र कलानी गांव स्थित पंचायत भवन में बुधवार को हेल्प जनसेवा संस्था द्वारा बाल विवाह की रोकथाम और इससे होने वाले समस्याओं के बाबत गोष्ठी का आयोजन किया गया। वहीं उत्कृष्ट कार्य करने पर संस्था द्वारा ग्राम प्रधान मुन्ना भास्कर को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुन्ना भास्कर ने कहा कि बाल विवाह मुक्त समाज बनाने के लिए हम सबको मिलकर शपथ लेना चाहिए।  उन्होंने अभिभावकों को शपथ दिलाते हुए कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की एवं 21वर्ष से कम उम्र के लड़के का विवाह नहीं करेंगे। ऐसे किसी भी आयोजन में शामिल नहीं होंगे, जहां बाल विवाह किया जा रहा हो।

सबने कहा कि कम उम्र की शादी एक सामाजिक बुराई और कानूनन अपराध है। हम लोग प्रण करते हैं कि इनकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।  अपने ग्राम पंचायत को बाल विवाह मुक्त बनाएंगा।

इस मौके पर हेल्प जनसेवा संस्था के मंडल प्रभारी दिलीप कुमार ने कहा कि बाल विवाह मुक्त करने की दिशा में शानदार प्रयास किया है। उन्होंने सुरक्षित बचपन और सुरक्षित भारत का नारा भी बुलंद किया। उन्होंने बच्चों से अनुरोध किया कि आप जहां कहीं भी बाल श्रम देखें, उसका विरोध करें और इसकी जानकारी मेरी संस्था को दें । जानकारी देने वाले का नाम  व पता गुप्त रखा जाएगा ।

इस अवसर पर  आंगनबाड़ी कार्यकर्ती मंजू गिरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम और बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है। यह बच्चों के सर्वांगीण विकास में बाधक है। अतः हम सबका परम कर्तव्य है कि इस बुराई को जड़ से उखाड़ फेंके।

इस अवसर पर राकेश कुमार, गुड्डू यादव, संन्तोष गौड़, सत्य नारायण, लक्ष्मण, मल्लू, महानन्द, देवेन्द्र कुमार, हिमांशु, बाबुलाल व उषा देवी सहित तमाम लोग शामिल रहे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता घनश्याम शर्मा व संचालन राधेश्याम शर्मा ने किया।