हैंडपंप री-बोर घोटाले में ग्राम प्रधान के अधिकार सीज, जमीन कुर्क करने के लिए वारंट जारी

राशि जमा न करने पर प्रशासन ने प्रधान के खिलाफ वारंट जारी करते हुए कड़ी कार्रवाई की। तहसील प्रशासन ने महुआरी खास और महेशपुर गांव स्थित प्रधान की वैधानिक जमीन का कुर्की आदेश जारी कर उसे ज़ब्त कर लिया।
 

चंदौली जिले के महुआरी खास गांव का मामला

प्रशासन ने की ग्राम प्रधान पर बड़ी कार्रवाई

संपत्ति कुर्क करने के लिए वारंट जारी

चंदौली जिले के चहनिया ब्लॉक अंतर्गत महुआरी खास गांव में हैंडपंप री-बोर कार्य में सरकारी धन की हेराफेरी के मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए ग्राम प्रधान सत्येंद्र कुमार के सभी अधिकार सीज कर दिए हैं। ग्राम पंचायत के कार्यों का संचालन अब तीन निर्वाचित सदस्य अरविंद, संदीप और सपना संयुक्त रूप से करेंगे।

1 लाख से अधिक की सरकारी धनराशि का गबन
जांच में सामने आया कि ग्राम प्रधान सत्येंद्र कुमार और ग्राम सचिव ने मिलकर हैंडपंप री-बोर के नाम पर ₹1,06,632 की अनियमित निकासी की। दोनों को 53-53 हजार रुपये की वसूली का आदेश दिया गया था, जिसमें सचिव ने अपनी राशि जमा कर दी, जबकि प्रधान ने आदेश की अवहेलना की।

संपत्ति कुर्क करने के लिए वारंट जारी
राशि जमा न करने पर प्रशासन ने प्रधान के खिलाफ वारंट जारी करते हुए कड़ी कार्रवाई की। तहसील प्रशासन ने महुआरी खास और महेशपुर गांव स्थित प्रधान की वैधानिक जमीन का कुर्की आदेश जारी कर उसे ज़ब्त कर लिया।

शिकायत के बाद हुई जांच
यह मामला 2 अप्रैल 2022 को गांव के निवासी राजकिशोर सिंह द्वारा संपूर्ण समाधान दिवस में की गई शिकायत के बाद सामने आया। जांच जिलाधिकारी के आदेश पर अपर पंचायत राज अधिकारी व जल निगम के अवर अभियंता द्वारा की गई थी, जिसमें आरोप सही पाए गए। सरकारी धन की हेराफेरी पर प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से गांवों के जनप्रतिनिधियों में हड़कंप मच गया है। यह मामला जवाबदेही और पारदर्शिता की दिशा में एक मजबूत संदेश देता है।