वाह रे तहसील वाले, जानिए क्यों नहीं बनने नहीं दे रहे हैं गांव में पंचायत भवन
नहीं बनने नहीं दे रहे हैं गांव में पंचायत भवन
चंदौली जिले के कई गांवों में पंचायत भवन न होने से ग्राम प्रधान व सचिव अपना झोला लेकर इधर उधर दौड़ते भागते रहते हैं। जहां वह बैठ जाते हैं वही कार्यालय व पंचायत भवन बन जाता है। पंचायत भवन बनाने के लिए जमीन होने के बावजूद भी तहसीलकर्मियों के सहयोग के अभाव में भवन नहीं बन पा रहा है।
सकलडीहा विकास खंड के सरेहुआ खुर्द गांव में पिछले कई माह से पंचायत भवन का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। इसके बाद भी पंचायत विभाग तो दूर तहसील प्रशासन भी गंभीर नहीं है। ऐसे में गांवों में शासन की योजना का संचालन शुरू होना तो दूर पंचायत भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।
सरेहुआ खुर्द गांव में शासन की ओर से पंचायत भवन का निर्माण होना है। इसके लिये ग्राम सभा की ओर से चिहिन्त स्थान पर पिछले दिनों कार्य प्रारंभ करा दिया गया। कार्य अभी पूरा हुआ नहीं कि तहसील प्रशासन निर्माण कार्य को रोकवाकर गांव की नवीन भूमि की पैमाईश में जुट गयी है। ऐसे में पंचायत भवन का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। इस बाबत नायब तहसीलदार रवि रंजन कश्यप ने बताया कि गांव में पंचायत भवन बनना है। काफी विवाद के कारण पूरे गांव की नवीन परती भूमि की पैमाईस के बाद ही पंचायत भवन का निर्माण कराया जायेगा।
इस मौके पर राजस्व निरीक्षक होरीलाल, अभय श्रीवास्तव, विनय सिंह, पूर्व प्रधान रामदुलारे यादव, ग्राम प्रधान राजेश यादव सहित अन्य मौजूद रहे।