स्वच्छ भारत मिशन का मिलेगा कई गांवों को लाभ, पंचायती राज विभाग कर रहा है तैयारी
स्वच्छ भारत मिशन के तहत चयनित गांव बनेंगे मॉडल
सफाई, सड़क, शौचालय, पेयजल, बेसिक शिक्षा, कूड़ा निस्तारण हर एक चीज के लिए होगी बेहतर व्यवस्था
जानिए कैसे होगा गांव का विकास, क्या है परियोजना
चंदौली जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत चयनित गांव माडल बनेंगे। चयनित ग्राम पंचायतों में सफाई, सड़क, शौचालय, पेयजल, बेसिक शिक्षा, कूड़ा निस्तारण पर हुए कार्यों का मूल्याकंन होगा। जिला और मंडल के बाद राज्य स्तरीय टीम व्यवस्था परखेगी। साथ ही ग्राम प्रधान को राज्य स्तर केंद्र पर सम्मानित किया जाएगा। और प्रदेश सरकार गांवों को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन का फेस-2 योजना संचालित की है। इसमें गांवों को विभिन्न बिंदुओं पर कार्य करते हुए विकसित किया जाएगा। साथ ही चयनित गांवों को माडल घोषित किया जाएगा।
आपको बता दें कि जिले में कुल 734 ग्राम पंचायतें हैं। इसमें 329 ग्राम पंचायतों को माडल गांव बनाने के लिए चयनित किया गया है। इसमें कई गांव माडल बनाए जा चुके हैं। शेष ग्राम पंचायतों को अगले सत्र में चयनित किया जाएगा। फिलहाल चयनित गांवों में पेयजल बेसिक शिक्षा, सफाई, सड़क, शौचालय, कूड़ा निस्तारण के लिए कार्य किए जा रहे हैं। वहीं गांवों को स्वच्छ रखने के लिए घरों से निकलने वाले ठोस कचरे का प्रबंध करने के लिए कूड़ा गाड़ी लगाई जाएगी। इसमें ग्रामीणों की ओर से घरों में इकट्ठे किए गए कचरे को डाला जाएगा।
कूड़ा गाड़ी मुहल्ले प्रत्येक घरों का कचरा उठाकर बड़े ग्राम पंचायतों में बनाए गए रिसोर्स रिकवरी सेंटर में डालेगा। इससे बर्मी कम्पोस्ट बनेगा। वहीं लोहा, प्लास्टिक और कांच को अलग-अलग कर कबाड़ी वाले से टाइअप कर बेचा जाएगा। इसके अलावा घरों से निकलने वाले गंदे पानी के प्रबंध के लिए गांव के किनारे तालाब खोदा जाएगा। इसमें पशुओं की पहुंच नहीं होगी। उस गंदे पानी को दो-तीन जगह फिल्टर चैम्बर बनाकर छानते हुए तालाब में पहुंचाया जाएगा। यह पानी सिंचाई के प्रयोग में लाया जाएगा।
वही हैंडपम्पों से निकलने वाले पानी के लिए सोख्ता बनाया जाएगा। इसके लिए प्रधान, सचिव व पंचायत सहायकों को प्रशिक्षित किया गया है। चयनित किए गए माडल गांवों में कराए कार्यों की जांच जिला व मंडल के बाद राज्य स्तरीय टीम करेगी।