चंदौली में पंचायत चुनाव में पुलिस को आयी चौकीदारों की याद, अब दी जा रही ट्रेनिंग

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिले का पुलिस प्रशासन खास तौर से अलर्ट होने लगा है। इसके लिए अपने खुफिया तंत्र को और मजबूत व सटीक बनाने की पहल पर काम शुरू हो गया है। जिले के गांवों में आचार संहिता के उल्लंघन की सूचना देने की जिम्मेदारी चौकीदारों को सौंपी जा रही
 

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चंदौली जिले में पंचायत चुनाव के मद्देनजर जिले का पुलिस प्रशासन खास तौर से अलर्ट होने लगा है। इसके लिए अपने खुफिया तंत्र को और मजबूत व सटीक बनाने की पहल पर काम शुरू हो गया है।

जिले के गांवों में आचार संहिता के उल्लंघन की सूचना देने की जिम्मेदारी चौकीदारों को सौंपी जा रही है। इसको लेकर जिले के सभी थानों और चौकियों में सोमवार को चौकीदारों की बैठक आयोजित करके पुलिस अफसरों ने उन्हें सूचनाओं के आदान-प्रदान का तरीका समझाया जिससे हालात पर तत्काल काबू पाया जा सके या किसी भी घटना को रोका जा सके।

खुफिया तंत्र और मुखबिरों पर आश्रित है पुलिस

अपराध को लेकर सूचनाओं के आदान-प्रदान में चौकीदार पुलिस विभाग की अहम कड़ी माने जाते रहे हैं लेकिन इधर कुछ वर्षों से इनकी भूमिका सीमित हो गई थी। पुलिस अब खुफिया तंत्र और मुखबिरों पर आश्रित हो गई थी। ऐसे में चौकीदारों के लिए कोई काम नहीं रह गया था। चौकीदार कभी-कभार थानों के चक्कर लगा लेते हैं।

चौकीदार की मदद जरूरी

पंचायत चुनाव में गांवों में आचार संहिता के उल्लंघन व वांछितों की गतिविधियों की निगरानी में महकमा चौकीदारों की मदद लेगा। अधिकारियों ने कहा, चौकीदार पूरी मुस्तैदी के साथ गांवों में नजर रखें। वर्तमान में सभी चौकीदारों के पास मोबाइल फोन है। किसी तरह के उपद्रव अथवा प्रत्याशियों की ओर से आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी होने पर तत्काल संबंधित थाने को सूचना दें।

साथ ही कहा कि साड़ी, कपड़ा व शराब बांटने व चुनावी पार्टियों का वीडियो बनाकर उपलब्ध कराएं, ताकि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। चौकीदारों ने भी अपनी समस्याएं गिनाईं। थाना प्रभारियों ने समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया।