एक दशक की मेहनत व समर्पण का इनाम पा गयीं दर्शना सिंह, ऐसा रहा है राजनीतिक सफरनामा
चंदौली की भाजपा नेत्री और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दर्शना सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित करने के बाद चंदौली के नेताओं में खुशी का माहौल देखा गया। पार्टी की ओर से रविवार को कुल 16 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई, जिसमें 6 उम्मीदवार उत्तर प्रदेश के हैं। इनमें एक नाम चंदौली जिले की रहने वाली दर्शना सिंह का भी है। दर्शना सिंह के राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनने पर चंदौली के भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी है। राज्यसभा के 57 सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है। 31 मई को नामांकन की आखिरी तिथि है।
चंदौली के बरहनी ब्लॉक स्थित डिग्घी ग्राम पंचायत के चखनियां गांव निवासी रणंजय सिंह की पत्नी दर्शना सिंह वर्तमान में वाराणसी के डॉफी स्थित अशोक पुरम कॉलोनी में रहती हैं। 1996 में पूर्वांचल विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में मास्टर डिग्री (एमए) के साथ गोल्ड मेडल प्राप्त करने के बाद दर्शना सिंह ने उद्धघोषक के रूप में आकाशवाणी और दूरदर्शन इलाहाबाद में दो वर्षों तक कार्य किया था।
इसके बाद उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत 2008 में की। सर्वप्रथम वर्ष 2011 में चंदौली जिले की महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनी। वर्ष 2013 में महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य, वर्ष 2015 में भाजपा काशी क्षेत्र के मंत्री, वर्ष 2018 में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष बनी। 2021 भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष बनायीं गयीं। इसके बीच कई बार ऐसे अवसर आए जब विधानसभा और अन्य चुनावों में दर्शना के टिकट की बात हुई पर उनको टिकट नहीं मिला। इसके बावजूद दर्शना सिंह पूरी ईमानदारी से कार्य करती रहीं। लगभग एक दशक से पार्टी के लिए ईमानदारी और परिश्रम से काम करने का पुरस्कार भाजपा ने दिया और वह राज्यसभा का उम्मीदवार बन गयीं हैं।
चंदौली के भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह ने कहा कि हमारे भाजपा चंदौली के लिए हर्ष का विषय है कि हम सभी के बीच की कर्मठ और जुझारू नेत्री भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दर्शना सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया। भारतीय जनता पार्टी ने एक कार्यकर्ता को सम्मान दिया है। इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा और यह संदेश जाएगा कि पार्टी के लिए लगन के साथ काम करने वालों पर पार्टी की नजर कभी न कभी जरूर पड़ती है और उसकी मेहनत का फल मिलता है।