सुधाकर कुशवाहा ने बसपा का साथ छोड़ा, थाम लिया सपा का दामन
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चंदौली जिला के चकिया ब्लॉक के दिरेहूं गांव निवासी जिला सहकारी समिति बैंक के पूर्व डायरेक्टर तथा चकिया ब्लाक के पूर्व प्रमुख चंद्रकला कुशवाहा के पति सुधाकर कुशवाहा ने बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर वर्षों बाद लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सपा की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही वर्षों बाद उनकी पार्टी में वापसी होने पर समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
जहां एक तरफ प्रदेश में विधानसभा चुनाव को देखते हुए लगातार प्रत्येक पार्टी के नेताओं का दल बदल का कार्य इन दिनों तेजी से हो रहा है, कोई सपा और बसपा तो कोई बसपा, सपा तथा भाजपा आदि पार्टियों में शामिल हो रहा है। तो ऐन वक्त पर सुधाकर कुशवाहा द्वारा समाजवादी पार्टी का दामन थामने पर चकिया नगर में तरह तरह की प्रतिक्रियाएं भी हो रही है।
बता दें कि अपने छात्र जीवन में सुधाकर कुशवाहा समाजवादी पार्टी के चकिया विधानसभा के पूर्व विधायक सत्य प्रकाश सोनकर के साथ रखकर लंबे समय तक समाजवादी पार्टी की सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। मगर राजनीतिक लाभ पाने के चक्कर में एक दशक पूर्व सपा का साथ छोड़कर उन्होंने बहुजन समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। और उनकी पत्नी चंद्रकला कुशवाहा बसपा के टिकट पर चकिया ब्लाक प्रमुख के पद पर जीत हासिल कर आसीन हुई थी।
हालांकि राजनीतिक द्वंद के बीच वह अपना कार्यकाल 5 वर्ष पूरा नहीं कर सकी और बीच में ही विधानसभा चुनाव होने के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक के रुप में पूर्व विधायक सत्य प्रकाश सोनकर की पत्नी पूनम सोनकर के जीत हासिल होने के बाद चकिया ब्लॉक में प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर ब्लाक प्रमुख चंद्रकला कुशवाहा को पद से त्यागपत्र देना पड़ा था।
इसी बीच सुधाकर कुशवाहा के अचानक बसपा से मोहभंग होने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया और वह लखनऊ जाकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा सपा के कई वरिष्ठ नेताओं के समक्ष समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर अपने विरोधियों को चौकाने का काम किए हैं। जो शनिवार को चकिया नगर में चर्चा का विषय बना रहा। वही समाजवादी पार्टी में उनकी वापसी पर उनके समर्थकों में खुशी की लहर रही।