साहब सिंह को क्या भाजपा अध्यक्ष ने, क्यों नहीं बन सकते हैं जिला पंचायत अध्यक्ष के उम्मीदवार..!

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है क्योंकि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और अंदर खाने में अलग-अलग तरीके से गोटी सेट कर रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि एक दूसरे को कोई नेता
 

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चंदौली जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है क्योंकि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं और अंदर खाने में अलग-अलग तरीके से गोटी सेट कर रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि एक दूसरे को कोई नेता कभी भी झटका दे सकता है।

यह बात साहब सिंह के अंदाज से पता लग गई है। साहब सिंह को भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट दिलवाने का यकीन दिला कर बहुजन समाज पार्टी को छोड़ने के लिए मोटिवेट किया था और जब उन्होंने बहुजन समाज पार्टी को अलविदा कह दिया है तब भारतीय जनता पार्टी के नेता उनको जिला पंचायत अध्यक्ष जी लड़ाई के काबिल ही नहीं मान रहे हैं।

यह बात खुद साहब सिंह ने कही है। चंदौली समाचार से बातचीत करते हुए साहब सिंह ने बताया कि जब वह जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशी के तौर पर अपना दावा पेश करने के लिए चंदौली जिले के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह के पास गए तो उन्होंने पहले आनाकानी की और टालमटोल करने के अंदाज में कहा कि बंसल जी के द्वारा आपके नाम को आगे बढ़ाने से मना कर दिया गया है। इसलिए आपको जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी नहीं करनी चाहिए।

भाजपा के जिलाध्यक्ष के इस तरह की बात से साहब सिंह को बड़ी निराशा हाथ लगी है। अब वह अपने लिए कोई नयी योजना बना रहे हैं।

आप को बता दें कि सकलडीहा ब्लाक के सेक्टर 5 से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर जिला पंचायत सदस्य बने साहब सिंह को भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक का काफी नजदीकी बताया जाता है और उन्होंने ही छत्रबली सिंह के भौकाल को कम करने के लिए साहब सिंह को मोटिवेट किया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी में साहब सिंह की बिरादरी और बसपा के बाकी सदस्यों को खेमे में लाकर जिला पंचायत की सीट पर अप्रत्यक्ष तौर पर अपना कब्जा जमाने की पहल की गई थी, लेकिन अब धीरे-धीरे साहब सिंह और भाजपा विधायक का भी सपना टूटता हुआ दिखाई दे रहा है।

अगर ऐसी सच्चाई सामने आ गई है तो हो सकता है अंदर खाने में कोई और गुणा गणित भी शुरू हो जाए। भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी अपने पाले में रखकर हजारों करोड़ के बजट का मनमाफिक खपाने का खयाली पुलाव पका रही है। इससे उसका अरमान धरा का धरा ही रह सकता है।

ऐसा माना जा रहा है कि नेता जी के तीन पंचायत सदस्य तो उन्हीं के इशारे पर वोट करेंगे। यह बात भाजपा के दिग्गज नेताओं को भी पता है। अगर तीन वोटों ने पलटी मारी तो सारा किए कराए पर पानी फिर जाएगा।