दूसरे जिले से चंदौली में मछली के ट्रक पकड़ने आ रहे पुलिस वाले, पोल खुली तो 6 निलंबित
 

इसके बाद शुक्रवार को फिर तीन निजी वाहनों में सवार होकर उपनिरीक्षक रामबाबू सिंह, दीवान देवेंद्र यादव, कांस्टेबल शुभम यादव, शिवकुमार और मनोज को लेकर बनारस चंदौली जिले के बार्डर डॉफी पहुंचे और चंदौली जिले के नेशनल हाईवे और सैयदराजा इलाके से होते हुए मछली लदी ट्रक को अपने कब्जे में लेकर अपने थाने की ओर निकल पड़े।
 

सैयदराजा इलाके से होते हुए गयी थी मछली की ट्रक

कुछ दिन पहले नई बाजार के चौकी इंचार्ज गए थे जेल

अब गाजीपुर के सुहवल थाने के थाना प्रभारी समेत 6 लोग निलंबित

सैयदराजा पुलिस को थी मामले की जानकारी

चंदौली जिले के नेशनल हाईवे से गुजरने वाले मछली लदे ट्रकों से वसूली का मामला धीरे-धीरे बड़ा बनता जा रहा है। चंदौली जिले की सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के नई बाजार चौकी इंचार्ज समेत एक और पुलिसकर्मी के जेल भेजे जाने के बाद अब गाजीपुर जनपद के चौकी इंचार्ज पुलिसकर्मी चंदौली में वसूली और मछली लदी ट्रकों को पकड़ने के लिए आ रहे हैं और सैयदराजा पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है।

 कुछ ऐसा ही कारनामा गाजीपुर जनपद की पुलिस के द्वारा करने की एक कहानी सामने आयी तो अबकी बार आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को निलंबित होना पड़ा है। सड़क पर निकलकर बेधड़क वसूली के लिए कई दिनों तक आसपास के जिले के पुलिस वाले चंदौली जिले का चक्कर लगाते रहे रहे हैं।

 बताया जा रहा है कि गाजीपुर जनपद के सुहवल थाने के थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह मछली लदे ट्रकों को पकड़ने और उससे वसूली के इरादे से गुरुवार को प्राइवेट गाड़ी से सादी वर्दी में पुलिस कर्मियों को लेकर चंदौली आए थे। लेकिन मछली वाली ट्रकों की लोकेशन नहीं मिलने पर वापस लौट गए थे। लेकिन पैसे की लालच उनको फिर से चंदौली खींच लायी। इसके बाद शुक्रवार को फिर तीन निजी वाहनों में सवार होकर उपनिरीक्षक रामबाबू सिंह, दीवान देवेंद्र यादव, कांस्टेबल शुभम यादव, शिवकुमार और मनोज को लेकर चंदौली पहुंचे और चंदौली जिले के नेशनल हाईवे से मछली लदी ट्रक को अपने कब्जे में लेकर अपने थाने की ओर निकल पड़े।

 जैसे ही ट्रक के मालिक को यह पता लगा तो उसने ट्रक के लुटे जाने और गायब होने के डर से सैयदराजा थाने से  मामले की पूछताछ शुरू की। सही जानकारी नहीं मिलने पर इसकी सूचना आईजी रेंज और एडीजी जोन को फोन के माध्यम से दी है। धीरे-धीरे मामला तूल पकड़ने लगा और सुहवल थाने के थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह और उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों की हरकत तक जा पहुंचा।

हालांकि मामले को दबाने व वसूली का जोर बनाने के लिए थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह ने पुलिस की वर्दी का रोब भी दिखाने की कोशिश की। थानाध्यक्ष की खाकी वर्दी का रौब देखकर गाड़ी मालिक ने मामले की जानकारी गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह को दी। मालिक से इस मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह, उप निरीक्षक रामबाबू तथा दीवान  देवेंद्र यादव के साथ साथ 3 कांस्टेबल शुभम यादव, शिवकुमार और मनोज को निलंबित कर दिया है तथा सभी को लाइन में भेज दिया है।