चंदौली में ब्रुसेलोसिस की बीमारी के खिलाफ अप्रैल से 10 मई तक चलेगा अभियान
 

चंदौली में खतरनाक ब्रुसेलोसिस की बीमारी से पशुओं को महफूज रखने के लिए पशुपालन विभाग ने कमर कस ली है। खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए पशुओं में टीकाकरण कराया जाएगा।
 
ब्रुसेलोसिस की बीमारी से पशुओं को महफूज रखने के लिए पशुपालन विभाग ने कसी कमर 

चंदौली में खतरनाक ब्रुसेलोसिस की बीमारी से पशुओं को महफूज रखने के लिए पशुपालन विभाग ने कमर कस ली है। खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए पशुओं में टीकाकरण कराया जाएगा। इसके लिए 11 अप्रैल से 10 मई तक विशेष अभियान चलेगा। विभाग ने इसका प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। जगह-जगह वाल पेंटिंग कराकर अभियान के बारे में लोगों को जानकारी दी जा रही है। उम्मीद जताई जा रही कि पहल कारगर साबित होगी।

आप को बता दें कि पशुओं में अंतिम समय में गर्भपात की समस्या बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से पशुपालक परेशान हैं। उन्हें पशुपालन से खास आमदनी नहीं हो पा रही। वहीं श्वेत क्रांति की मुहिम को भी झटका लग रहा है। इसको देखते हुए पशुपालन विभाग ने बेजुबानों को इस बीमारी से निजात दिलाने की पहल की है। ब्रुसेलोसिस उन्मूलन अभियान के जरिए इसको खत्म करने की योजना बनाई गई है।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एके वैश्य बताते हैं कि ब्रुसेलोसिस जीवाणु जनित बीमारी है। इसके असर से पशुओं अंतिम समय में गर्भपात हो जाता है। इससे पशुपालकों को आर्थिक क्षति होती है। वहीं पशुओं के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।

संक्रमित पदार्थ के सेवन अथवा पशुओं का कच्चा दूध पीने से इस बीमारी से पशुओं में फैलने का खतरा बना रहता है। ऐसे में यह बीमारी पशुओं के साथ ही इंसानों के लिए भी घातक साबित हो सकती है। इसके मद्देनजर सरकार पशुओं में मुफ्त टीकाकरण कराती है। यह टीका चार से आठ माह की बछिया अथवा पड़ीया को जीवन में एक बार लगता है।

पशुपालन विभाग ने ग्रामीण इलाकों में वाल पेंटिंग कराई जा रही है। इसमें बीमारी के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही इससे होने वाले खतरे की भी जानकारी दी जा रही है। विशेष अभियान के बाबत पूरी जानकारी दी जा रही है। विभाग की मंशा है कि अधिक से अधिक पशुओं को अभियान के दौरान आच्छादित किया जा सके।