अनिरुद्ध सिंह इंस्पेक्टर से बन गए डिप्टी एसपी, जल्द होगी नयी तैनाती
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चंदौली जिले में सब इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष और कोतवाल के साथ साथ एसओजी प्रभारी के रूप में विभिन्न स्थानों पर तैनात रहे अधिकारी अनिरुद्ध सिंह को एक और प्रमोशन मिला है वह पुलिस महकमे में अब इंस्पेक्टर से डिप्टी एसपी के पद पर प्रमोट कर दिए गए हैं। फिलहाल में वाराणसी जिले में सीबीसीआईडी में तैनात हैं। प्रमोशन के बाद चंदौली समाचार ने इनसे खास बातचीत की।
बातचीत में अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि 2001 पुलिस सेवा में भर्ती पाने के बाद से वाराणसी जिले में तैनाती हुई। इसके बाद पहली पोस्टिंग बनारस कोतवाली में मिली। बनारस, चंदौली, जौनपुर, लखनऊ, मोरादाबाद, प्रयागराज जिले के लगभग तीन दर्जन से अधिक थानों पर थानाध्यक्ष औ कोतवाल के रूप में काम किया। इन थानों में चंदौली जिले का सैयदराजा, अलीनगर व मुगलसराय कोतवाली शामिल है। मोरादाबाद में कठघर, ठाकुरद्वारा व कोतवाली, जौनपुर जिले में जफराबाद व कोतवाली, बनारस में कैंट, लखनऊ में अलीगंज, प्रयागराज में झूंसी जैसे महत्वपूर्ण थाने शामिल हैं। इसके अलावा कई जिलों में क्राइम ब्रांच की भी कमान संभाली है।
पहला एनकाउंटर की याद करते हुए कहा कि बनारस में झुन्ना राय का 2005 में किया गया एनकाउंटर काफी चर्चा में आया था । इसके बाद चंदौली जिले में प्रदेश के सबसे बड़े ईनामी नक्सली संजय कोल को 2007 में मार गिराया था, जिसके बाद ऑउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए नाम गया था। जनवरी 2011 में इंस्पेक्टर बनने के बाद से कई जिलों में सराहनीय काम किए।
बताया जा रहा है कि लोक सेवा आयोग द्वारा इसकी जानकारी कल दी गयी है और विभागीय DPC में कुल 84 लोगों के नामों पर मुहर लगी है, जिसमें इनका नाम भी शामिल है। जल्द ही आदेश आने के बाद नयी जगह पर तैनाती की जा सकती है।
मूल रूप से जालौन जिले के कोंच कस्बे जिले के रहने वाले इस पुलिस अफसर में अपनी प्रारंभिक पढ़ाई कोंच से और फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री ली है।