पकड़ने के बाद रात में 2 बजे छोड़ी गयी ट्रैक्टर, ऐसी है इलाके में चर्चा
बलुआ थाना क्षेत्र हो रहे अवैध खनन पर कैसे लगे लगाम
वसूली व सेटिंग को लेकर खूब हो रही हैं चर्चाएं
रात भर ट्रैक्टर व डम्फर से ढोयी जाती है अवैध खनन की मिट्टी
चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र हो रहे अवैध खनन को लेकर चर्चाएं जोरशोर पर हैं। एक्का दुक्का कार्रवाई भी हो रही है। लेकिन पुलिस महकमे की कुछ हरकतों से तथाकथित इमानदार पुलिस वालों की कार्य प्रणाली पर संदेह हो रहा है। रात की आड़ में ऐसी कई हरकतों से विभाग की छवि दागदार साबित होती जा रही है।
लोगों का कहना है बलुआ के गंगा किनारे क्षेत्र में अनेक जगहों पर खुलेआम अवैध खनन चल रहा है । रात भर ट्रैक्टर व डम्फर से अवैध खनन की मिट्टी लेकर बलुआ थाना के पास से गुजरते हैं। उन सब पर नजर नहीं जाती है, लेकिन पुलिस की नजर नहीं जाती है। लेकिन जब कोई मिट्टी ढोने वाला पुलिस की आंख में खटकता है तो बलुआ पुलिस अपनी सक्रियता दिखाती है और उसे पकड़ कर इमानदारी का उदाहरण पेश करती है।
चंदौली समाचार पर खबर चलने के बाद कार्रवाई हुयी और तहसील से टीम भी गठित हो गयी है । लेकिन यह काम बंद हो गया है, इसकी गारंटी कोई नहीं ले सकता है। कुछ पुलिसिया कारखासों की मिली भगत से रात में यह काम धड़ल्ले से चल रहा है।
पुलिस पर एक सवालिया निशान तब खड़ा हो गया जब गंगा पार से आ रही ट्रैक्टर को पुलिस द्वारा पकड़ कर पहले तो बलुआ पिकेट पर रखा गया और बात नहीं बनी तो उसे फिर थाने में लेकर आए। उसके बाद घंटे भर थाने में चली मठाधीशी के बाद लगभग 2 बजे रात को सेटिंग कर उस ट्रैक्टर को छोड़ दिया गया, जिसकी चर्चाएं चहनियां क्षेत्र में बहुत तेजी से हो रही है।
लोगों के द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि जो पुलिस की बात मानकर उनकी सेटिंग में शामिल हो जा रहे हैं ऐसे लोगों का गोरखधंधा क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है। यह ट्रैक्टर जो 2 बजे रात को पुलिस थाने से बाहर आ रहा है, आखिर यह क्या प्रदर्शित कर रहा है।
अब देखना है कि ऐसे में पुलिस की छवि को बनाए रखने के लिए आला अधिकारी एवं उनके मातहत कर्मचारी किस प्रकार के कदम उठाते हैं ताकि चंदौली पुलिस एक दो सिपाहियों व थानेदारों की हरकत से बदनाम न हो।