कैसे होगी धान की खरीदारी, क्रय केंद्र पर नहीं मिलते हैं केन्द्र प्रभारी
 

 चंदौली जिले में सरकार ने किसानों की सुविधाओं के लिए जगह जगह धान क्रय केंद्र खोले हुए हैं गए। लेकिन क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा लापरवाही बरती जा रही है । 

 

कैसे होगी धान की खरीदारी

क्रय केंद्र पर नहीं मिलते हैं केन्द्र प्रभारी


 चंदौली जिले में सरकार ने किसानों की सुविधाओं के लिए जगह जगह धान क्रय केंद्र खोले हुए हैं गए। लेकिन क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा लापरवाही बरती जा रही है । 


ऐसा ही एक मामला डिग्घी गांव का है जहां पर एक धान  क्रय केंद्र खुला हुआ है वहां पर केंद्र प्रभारी बसंत लाल यादव नियुक्त हुए हैं। किसानों की समस्या को निस्तारण करने के बजाए केंद्र प्रभारी महोदय अपने कार्य के प्रति भारी लापरवाही दिखाते हुए क्रय केंद्र से लापता मिलते हैं । उनके जगह उनके पुत्र मौके पर मिलते हैं ।


 उनके पुत्र ने बताया कि हमारे पिताजी बसंत लाल यादव केन्द्र प्रभारी हैं । अपनी जगह अपने पुत्र को केंद्र प्रभारी बनाकर बैठाए  हुए हैं । जिनके पास ना तो क्रय और विक्रय संबंधित कोई जानकारी है । किसान अगर जा रहे हैं तो किसानों का  मजाक बनाकर उन्हें  वापस भेज  दिया जा रहा है। इस बात की जानकारी जब संवाददाता को हुई तो मौके पर पहुंचे और पुछताछ किए जिसमें सारी सच्चाई सामने आ गई । जहां केंद्र प्रभारी अनुपस्थित मिले तथा अपने पुत्र को बैठाए हुए थे उनके पुत्र से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि पिताजी कहीं काम से गए हैं। मैं यहां बैठा हूं बताइए क्या काम है । जब पूछा गया कि धान कैसे खरीदी जाएगी कब खरीदी जाएगी इसका उनके पास  कोई वैकल्पिक उत्तर नहीं था । 


क्या सरकार इन्हें केंद्र प्रभारी को घूमने के लिए बनाया है  । अपने पुत्र को रोजी-रोटी देने के लिए किसान इधर-उधर परेशानी का सामना करते हैं । इससे संबंधित अधिकारी भी सब कुछ जान कर भी अंजान बने हुए बैठे हैं। किसानों की आय दोगुनी करने वाली सरकार किसानों के प्रति योजनाओं को सिर्फ कागजी कार्यवाही तक की सीमित रखने में अपनी भलाई समझ रही है। जहां किसानों को आए दिन व असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है वहीं संबंधित अधिकारी आंख पर पट्टी बांध कर किसानों की समस्याओं का हल करने से कतरा रहे हैं।