जन आंदोलन से डरी सरकार किसान नेताओं को कर रही गिरफ्तार - अनिल
 

चंदौली जिले के चकिया में प्रतिवाद कार्यक्रम स्थगित होने के बाद भी नेताओं को हाउस अरेस्ट करना लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है जिसके खिलाफ संघर्ष और बढ़ेगा।
 

जन आंदोलन से डरी सरकार है सरकार 
 किसान नेताओं को पुलिस कर रही गिरफ्तार

 

चंदौली जिले के चकिया में प्रतिवाद कार्यक्रम स्थगित होने के बाद भी नेताओं को हाउस अरेस्ट करना लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है जिसके खिलाफ संघर्ष और बढ़ेगा। उक्त बातें भाकपा(माले) जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने उसरी गांव स्थित उनके घर पर विजयदशमी के दिन शुक्रवार को पुलिस पहुंचने के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही, और योगी मोदी सरकार को जन आंदोलन से डरी हुई सरकार करार दिया।


बताते चलें की भाकपा माले नेता ने कहा कि पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों समेत सबको यह खबर दे दी गई थी कि आज कोई कार्यक्रम नहीं है इसके बावजूद जन आंदोलन के नेताओं के घरों पर पुलिस फोर्स भेज हाउस अरेस्ट या नजर बंद करना योगी सरकार के डर को दिखाता है, सरकार जन आंदोलनों पर दमन का चाहे जो भी तरीका अपना ले यह आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है, सरकार जितना दमन पर उतरेगी आंदोलन उतना ही ऊंचाई पर जाएगा, हम अपना कार्यक्रम संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आयोजित करेंगे जन आंदोलन पीछे नहीं हटेगा।


उन्होंने अपने समेत किसान सभा राज्य काउंसिल सदस्य राम अचल यादव, इंकलाबी नौजवान सभा जिला सचिव ठाकुर प्रसाद, युवा किसान नेता संजय यादव, मजदूर किसान मंच के नेता अजय राय को हाउस अरेस्ट करने की निंदा की।